Leviticus 6

locutus est Dominus ad Mosen dicens
यहोवा ने मूसा से कहा,
anima quae peccaverit et contempto Domino negaverit depositum proximo suo quod fidei eius creditum fuerat vel vi aliquid extorserit aut calumniam fecerit
“कोई व्यक्ति यहोवा के प्रति इनमें से किसी एक को करके अपराध कर सकता है: वह किसी अन्य के लिए जिसकी वह देखभाल कर रहा हो, उसे कुछ होने के बारे में झूठ बोल सकता है, अथवा कोई व्यक्ति अपने दिए वचन के बारे में झूठ बोल सकता है, अथवा कोई व्यक्ति कुछ चुरा सकता है, या कोई व्यक्ति किसी को ठग सकता है,
sive rem perditam invenerit et infitians insuper peierarit et quodlibet aliud ex pluribus fecerit in quibus peccare solent homines
अथवा किसी को कोई खोई चीज मिले और तब वह उसके विषय में झूठ बोल सकता है या कोई व्यक्ति कुछ करने का वचन दे सकता है और तब अपने दिये गये वचन को पूरा नहीं करता है, अथवा कोई कुछ अन्य बुरा कर सकता है।
convicta delicti reddet
यदि कोई व्यक्ति इनमें से किसी को करता है तो वह पाप करने का दोषी है। उस व्यक्ति को जो कुछ उसने चुराया हो या ठगकर जो कुछ लिया हो या किसी व्यक्ति के कहने से उसकी धरोहर के रूप में जो रखा हो, या किसी का खोया हुआ पाकर उसके बारे में झुठ बोला हो
omnia quae per fraudem voluit obtinere integra et quintam insuper partem domino cui damnum intulerat
या जिस किसी के बारे में झुठा वचन दिया हो, वह उसे लौटान चाहिए। उसे पूरा मूल्य चुकाना चाहिए और तब उसे वस्तु के मूल्य का पाँचवाँ हिस्सा अतिरिक्त देना चाहिए। उसे असली मालिक को धन देना चाहिए। उसे यह उसी दिन करना चाहिए जिस दिन वह दोषबलि लाए।
pro peccato autem suo offeret arietem inmaculatum de grege et dabit eum sacerdoti iuxta aestimationem mensuramque delicti
उस व्यक्ति को दोषबलि याजक के पास लाना चाहिए। यह रेवड़ से एक मेढ़ा होना चाहिए। मेढ़े में कोई दोष नहीं होना चाहिए। यह उसी मूल्य का होना चाहिए जो याजक कहे। यह यहोवा को दी गी दोषबलि होगी।
qui rogabit pro eo coram Domino et dimittetur illi pro singulis quae faciendo peccaverit
तब याजक यहोवा के पास जाएगा और उस व्यक्ति के उन पापों के लिए भुगतान करेगा जिनका वह अपराधी है, और यहोवा उस व्यक्ति को उन पापों के लिए क्षमा करेगा जिन्होंने उसे अपराधी बनाया।”
locutus est Dominus ad Mosen dicens
यहोवा ने मूसा से कहा,
praecipe Aaron et filiis eius haec est lex holocausti cremabitur in altari tota nocte usque mane ignis ex eodem altari erit
“हारून और उसके पुत्रों को यह आदेश दोः यह होमबलि का नियम है। होमबलि को वेदी के अग्नि कुण्ड में पूरी रात सवेरा होने तक रखना चाहिए। वेदी की आग को वेदी पर जलती रहनी चाहिए।
vestietur sacerdos tunica et feminalibus lineis tolletque cineres quos vorans ignis exusit et ponens iuxta altare
याजक को सन के उत्तम रेशों के बने वस्त्र पहनने चाहिए। उसे अपने शरीर से चिपका सन का अर्न्तवस्त्र पहनना चाहिए। तब याजक को वेदी पर होमबलि पर जलने के बाद बची हुई राख को उठाना चाहिए। याजक को वेदी की एक ओर राख को रखना चाहिए।
spoliabitur prioribus vestimentis indutusque aliis efferet eos extra castra et in loco mundissimo usque ad favillam consumi faciet
तब याजक को अपने वस्त्रों को उतारना चाहिए और अन्य वस्त्र पहनने चाहिए। तब उसे डेरे से बाहर स्वच्छ स्थान पर राख ले जानी चाहिए।
ignis autem in altari semper ardebit quem nutriet sacerdos subiciens ligna mane per singulos dies et inposito holocausto desuper adolebit adipes pacificorum
किन्तु वेदी की आग वेदी में जलती रहनी चाहिए। इसे बुझने नहीं देना चाहिए। याजक को हर सुबह वेदी पर लकड़ी जलानी चाहिए। उसे वेदी पर लकड़ी रखनी चाहिए। उसे मेलबलि की चर्बी जलानी चाहिए।
ignis est iste perpetuus qui numquam deficiet in altari
वेदी पर आग लगातार जलती रहनी चाहिए। यह बुझनी नहीं चाहिए।
haec est lex sacrificii et libamentorum quae offerent filii Aaron coram Domino et coram altari
“अन्नबलि का यह नियम है कि: हारून के पुत्रों को वेदी के सामने यहोवा के लिए इसे लाना चाहिए।
tollet sacerdos pugillum similae quae conspersa est oleo et totum tus quod super similam positum est adolebitque illud in altari in monumentum odoris suavissimi Domino
याजक को अन्नबलि में से मुट्ठी भर उत्तम आटा लेना चाहिए। तेल और लोबान अन्नबलि पर अवश्य होना चाहिए। याजक को अन्नबलि को वेदी पर जलाना चाहिए। यह यहोवा को एक सुगन्धित और स्मृति भेंट होगी।
reliquam autem partem similae comedet Aaron cum filiis suis absque fermento et comedet in loco sancto atrii tabernaculi
“हारून और उसके पुत्रों को बची हुई अन्नबलि को खाना चाहिए। अन्नबलि एक प्रकार की अख़मीरी रोटी की भेंट है। याजक को इस रोटी को पवित्र स्थान में खाना चाहिए। उन्हें मिलापवाले तम्बू के आँगन में अन्नबलि खानी चाहिए।
ideo autem non fermentabitur quia pars eius in Domini offertur incensum sanctum sanctorum erit sicut pro peccato atque delicto
अन्नबलि खमीर के साथ नहीं पकाई जानी चाहिए। मुझको (यहोवा को) आग द्वारा दी जाने वली बलि में से उनके (याजकों के) भाग के रूप में मैंने इसे दिया है। यह पापबलि तथा दोषबलि के समान अत्यन्त पवित्र है।
mares tantum stirpis Aaron comedent illud legitimum ac sempiternum est in generationibus vestris de sacrificiis Domini omnis qui tetigerit illa sanctificabitur
हारून की सन्तानों में से हर एक लड़का आग द्वारा यहोवा को चड़ाई गई भेंट में से खा सकता है। यह तुम्हारी पीढ़ीयों का सदा के लिए नियम है। इन बलियों का स्पर्श उन व्यक्तियों को पवित्र करता है।”
et locutus est Dominus ad Mosen dicens
यहोवा ने मूसा से कहा,
haec est oblatio Aaron et filiorum eius quam offerre debent Domino in die unctionis suae decimam partem oephi offerent similae in sacrificio sempiterno medium eius mane et medium vespere
“हारून तथा उसेके पुत्रों को जो बलि यहोवा को लानी चाहिए, वह यह है। उन्हें यह उस दिन करना चाहिए जिस दिन हारून का अभिषेक हुआ है। उन्हें सदा दो क्वार्ट उत्तम महीन आटा अन्नबलि के लिए लेना चाहिए। उन्हें इसका आधा प्रातः काल तथा आधा सन्ध्या काल में लाना चाहिए।
quae in sartagine oleo conspersa frigetur offeret autem eam calidam in odorem suavissimum Domino
उत्तम महीन आटे में तेल मिलाना चाहिए और उसे कड़ाही में भूनना चाहिए। जब यह भुन जाए तब इसे अन्दर लाना चाहिए। तुम्हें अन्नबलि का चूरमा बना लेना चाहिए। इस की सुगन्ध यहोवा को प्रसन्न करेगी।
sacerdos qui patri iure successerit et tota cremabitur in altari
“हारून के वंश में से वह याजक जिसका हारून के स्थान पर अभिषेक हो, यहोवा को यह अन्नबलि चढ़ाए। यह नियम सदा के लिए है। यहोवा के लिए अन्नबलि पूरी तरह जलाई जानी चाहिए।
omne enim sacrificium sacerdotum igne consumetur nec quisquam comedet ex eo
जाजक की हर एक अन्नबलि पूरी तरह जलाई जानी चाहिए। इसे खाना नहीं चाहिए।”
locutus est Dominus ad Mosen dicens
यहोवा ने मूसा से कहा,
loquere Aaron et filiis eius ista est lex hostiae pro peccato in loco ubi offertur holocaustum immolabitur coram Domino sanctum sanctorum est
“हारून और उसके पुत्रों से कहो: पापबलि के लिए यह नियम है कि पापबलि को भी वहीं मारा जाना चाहिए जहाँ यहोवा के सामने होमबलि को मारा जाता है। यह अत्यन्त पवित्र है।
sacerdos qui offert comedet eam in loco sancto in atrio tabernaculi
उस याजक को इसे खाना चाहिए, जो पापबलि चढ़ाता है। उसे पवित्र स्थान पर मिलापवाले तम्बू के आँगन में इसे खाना चाहिए।
quicquid tetigerit carnes eius sanctificabitur si de sanguine illius vestis fuerit aspersa lavabitur in loco sancto
पापबलि के माँस का स्पर्श किसी भी व्यक्ति को पवित्र करता है। “यदि छिड़का हुआ खून किसी के वस्त्रों पर पड़ता है तो उन वस्त्रों को धो दिया जाना चाहिए। तुम्हें उन वस्त्रों को एक निश्चित पवित्र स्थान में धोना चाहिए।
vas autem fictile in quo cocta est confringetur quod si vas aeneum fuerit defricabitur et lavabitur aqua
यदि पापबलि किसी मिट्टी के बर्तन में उबाली जाए तो उस बर्तन को फोड़ देना चाहिए। यदि पापबलि को काँसे के बर्तन में उबाला जाय तो बर्तन को माँजा जाए और पानी में धोया जाए।
omnis masculus de genere sacerdotali vescetur carnibus eius quia sanctum sanctorum est
“परिवार का प्रत्येक पुरुष सदस्य याजक, पापबलि को खा सकात है। यह अत्यन्त पवित्र है।
hostia enim quae caeditur pro peccato cuius sanguis infertur in tabernaculum testimonii ad expiandum in sanctuario non comedetur sed conburetur igni
किन्तु यदि पापबलि का खून पवित्र स्थान को शुद्ध करने के लिए मिलापवाले तम्बू में ले जाया गया हो तो पापबलि को आग में जला देना चाहिए। याजक उस पापबलि को नहीं खा सकते।”