Leviticus 15

locutusque est Dominus ad Mosen et Aaron dicens
यहोवा ने मूसा और हारून से कहा,
loquimini filiis Israhel et dicite eis vir qui patitur fluxum seminis inmundus erit
“इस्राएल के लोगों से कहोः जब किसी व्यक्ति के शरीर से धात का स्राव होता है तब वह व्यक्ति अशुद्ध होता है।
et tunc iudicabitur huic vitio subiacere cum per momenta singula adheserit carni illius atque concreverit foedus humor
वह धात शरीर से खुला बहता है या शरीर उसे बहने से रोक देता है इसका कोई महत्व नहीं।
omne stratum in quo dormierit inmundum erit et ubicumque sederit
“यदि धात त्याग करने वाला बिस्तर पर सोया रहत है तो वह बिस्तर अशुद्ध हो जाता है। जिस चीज़ पर भी वह बैठता है वह अशुद्ध हो जाता है।
si quis hominum tetigerit lectum eius lavabit vestimenta sua et ipse lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति उसके बिस्तर को छूता भी है तो उसे अपने वस्त्रों को धोना और पानी से नहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
si sederit ubi ille sederat et ipse lavabit vestimenta sua et lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति उस चीज़ पर बैठता है जिस पर धात त्याग करने वाला व्यक्ति बैठा हो तो उसे अपने वस्त्र धोना और बहते पानी में नहाना चाहिये वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
qui tetigerit carnem eius lavabit vestimenta sua et ipse lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति उस व्यक्ति को छूता है जिसने धात त्याग किया है तो उसे अपने वस्त्रों को धोना चाहिए तथा बहते पानी में नहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
si salivam huiuscemodi homo iecerit super eum qui mundus est lavabit vestem suam et lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि धात त्याग करने वाला व्यक्ति किसी शुद्ध व्यक्ति पर थूकता है तो शुद्ध व्यक्ति को अपने वस्त्र धोने चाहिए तथा नहाना चाहिए। यह व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
sagma super quo sederit inmundum erit
पशु पर बैठने की कोई काठी जिस पर धात त्याग करने वाला व्यक्ति बैठा हो तो वह अशुद्ध हो जाएगी।
et quicquid sub eo fuerit qui fluxum seminis patitur pollutum erit usque ad vesperum qui portaverit horum aliquid lavabit vestem suam et ipse lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
इसलिए कोई व्यक्ति जो धात त्याग करने वाले व्यक्ति के नीचे रहने वाली किसी चीज़ को छूता है, सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। जो व्यक्ति धात त्याग करने वाले व्यक्ति के नीचे की चीज़ें ले जाता है उसे अपने पस्त्रों को धोना चाहिए तथा बहते पानी में नहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
omnis quem tetigerit qui talis est non lotis ante manibus lavabit vestimenta sua et lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यह सम्भव है कि धात त्याग करने वाल व्यक्ति पानी में हाथ धोए बिना किसी अनय् व्यक्ति को छूए। तब दूसरा व्यक्ति अपने वस्त्रों को धोए और बहते पानी में नहाए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
vas fictile quod tetigerit confringetur vas autem ligneum lavabitur aqua
“धात त्याग करने वाला व्यक्ति यदि मिट्टी का कटोरा छूए तो वह कटोरा फोड़ देना चाहिए। यदि धात त्याग करने वाला व्यक्ति कोई लकड़ी का कटोरा छूए तो उस कटोरे को बहते पानी में अच्छी तरह धोना चाहिए।
si sanatus fuerit qui huiuscemodi sustinet passionem numerabit septem dies post emundationem sui et lotis vestibus ac toto corpore in aquis viventibus erit mundus
“जब धात त्याग करने वाला कोई व्यक्ति अपने धात त्याग से शुद्ध किया जाता है तो उसे अपनी शुद्धि के लिए उस दिन से सात दिन गिनने चाहिए। तब उसे अपने वस्त्र दोने चाहिए और बहते पानी में नहाना चाहिए। वह शुद्ध हो जाएगा।
die autem octavo sumet duos turtures aut duos pullos columbae et veniet in conspectu Domini ad ostium tabernaculi testimonii dabitque eos sacerdoti
आठवें दिन उस व्यक्ति को दो फ़ाख्ते या दो कबूतर के बच्चे लेने चाहिए। उसे मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सामने आना चाहिए। वह व्यक्ति दो पक्षी याजक को देगा।
qui faciet unum pro peccato et alterum in holocaustum rogabitque pro eo coram Domino ut emundetur a fluxu seminis sui
याजक पक्षियों की बलि चढ़ाएगा। एक को पापबलि के लिए तथा दूसरे को होमबलि के लिये। इस प्रकार याजक इस व्यक्ति को यहोवा के सामने उस के धात त्याग से हुई अशुद्धता से शुद्ध करेगा।
vir de quo egreditur semen coitus lavabit aqua omne corpus suum et inmundus erit usque ad vesperum
“यदि व्यक्ति का वीर्य निकल जाता है तो उसे सम्पूर्ण शरीर से बहते पानी में नहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
vestem et pellem quam habuerit lavabit aqua et inmunda erit usque ad vesperum
यदि वीर्य किसी वस्त्र या चमड़े पर गिरे तो वह वस्त्र या चमड़ा पानी में धोना चाहिए। यह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
mulier cum qua coierit lavabitur aqua et inmunda erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति किसी स्त्री के साथ सोता है और वीर्य निकलता है तो स्त्री पुरुष दोनों को बहते पानी में नहाना चाहिए। वे सन्ध्या तक अशुद्ध रहेंगे।
mulier quae redeunte mense patitur fluxum sanguinis septem diebus separabitur
“यदि कोई स्त्री मासिक रक्त स्राव के समय मासिक धर्म से है तो वह सात दिन तक अशुद्ध रहेगी। यदि कोई व्यक्ति उसे छूता है तो वह व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
omnis qui tetigerit eam inmundus erit usque ad vesperum
अपने मासिकधर्म के समय स्त्री जिस किसी चीज़ पर लेटेगी, वह भी अशुद्ध होगी और उस समय में जिस चीज़ पर वह बैठेगी, वह भी अशुद्ध होगी।
et in quo dormierit vel sederit diebus separationis suae polluetur
यदि कोई व्यक्ति उस स्त्री के बिस्तर को छूता है तो उसे अपने वस्त्रों को बहते पानी में धोना और नहाना चाहिए। वह सन्धया तक अशुद्ध रहागा।
qui tetigerit lectum eius lavabit vestimenta sua et ipse lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति उस चीज़ को छूता है जिस पर वह स्त्री बैठी हो तो उस व्यक्ति को अपने वस्त्र बहते पानी में धोने चाहिए और नहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहाग।
omne vas super quo illa sederit quisquis adtigerit lavabit vestimenta sua et lotus aqua pollutus erit usque ad vesperum
वह व्यक्ति स्त्रिी के बिस्तर को छूता है या उस चीज़ को छूता है जिस पर वह बैठी हो, तो वह व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
si coierit cum ea vir tempore sanguinis menstrualis inmundus erit septem diebus et omne stratum in quo dormierit polluetur
“यदि कोई व्यक्ति किसी स्त्री के साथ मासिक धर्म के समय यौन सम्बन्ध करता है तो वह व्यक्ति सात दिन तक अशुद्ध रहेगा। हर एक बिस्तर जिस पर वह सोता है, अशुद्ध होगा।
mulier quae patitur multis diebus fluxum sanguinis non in tempore menstruali vel quae post menstruum sanguinem fluere non cessat quamdiu huic subiacet passioni inmunda erit quasi sit in tempore menstruo
“यदि किसी स्त्री को कई दिन तक रक्त स्राव रहता है जो उसके मासिकधर्म के समय नहीं होता, या निश्चित समय के बाद मासिकधर्म होता है तो वह उसी प्रकार अशुद्ध होगी जिस प्रकार मासिकधर्म के समय और तब तक अशुद्ध रहेगी जब तक रहेगा।
omne stratum in quo dormierit et vas in quo sederit pollutum erit
पूरे रक्त स्राव के समय वह स्त्री जिस बिस्तर पर लेटेगी, वह वैसा ही होगा जैसा मासिकधर्म के समय। जिस किसी चीज़ पर वह स्त्री बैठेगी, वह वैसे ही अशुद्ध होगी जैसे वह मासिकधर्म से अशुद्ध होती है।
quicumque tetigerit eam lavabit vestimenta sua et ipse lotus aqua inmundus erit usque ad vesperum
यदि कोई व्यक्ति उन चीज़ों को छूता है तो वह अशुद्ध होगा। इस व्यक्ति को बहते पानी से अपने कपड़े धोने चाहिए तथा नाहाना चाहिए। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
si steterit sanguis et fluere cessarit numerabit septem dies purificationis suae
उसके बाद जब स्त्री अपने मासिकधर्म से अशुद्ध हो जाती है तब से उसे सात दिन गिनने चाहिए। इसके बाद वह शुद्ध होगी।
et octavo die offeret pro se sacerdoti duos turtures vel duos pullos columbae ad ostium tabernaculi testimonii
फिर आठवें दिन उसे दो फ़ाख्ते और दो कबूतर के बच्चे लेने चाहिए। उसे उन्हें मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास लाना चाहिए।
qui unum faciet pro peccato et alterum in holocaustum rogabitque pro ea coram Domino et pro fluxu inmunditiae eius
तब याजक को एक पक्षी पापबलि के रूप में तथा दूसरे को होमबलि के रूप में चढ़ाना चाहिए। इस प्रकार वह याजक उसे यहोवा के सामने उसके स्राव से उत्पन्न अशुद्धि से शुद्ध करेगा।
docebitis ergo filios Israhel ut caveant inmunditiam et non moriantur in sordibus suis cum polluerint tabernaculum meum quod est inter eos
“इसलिए तुम इस्राएल के लोगों को अशुद्ध होने और उनको अशुद्धि से दूर रहने के बारे में सावधान करना । यदि तुम लोगों को सावधान नहीं करते तो वे मेरे पवित्र तम्बू को अशुद्ध कर सकते हैं और तब उन्हें मरना होगा!”
ista est lex eius qui patitur fluxum seminis et qui polluitur coitu
ये नियम धात त्याग करने वाले लोगों के लिए हैं। ये नियम उन व्यक्तियों के लिए हैं जो वीर्य के शरीर से बाहर निकलने से अशुद्ध होते हैं
et quae menstruis temporibus separatur vel quae iugi fluit sanguine et hominis qui dormierit cum ea
और ये नियम उन स्त्रियों के लिए हैं जो अपने मासिकधर्म के रक्त स्राव के समय अशुद्ध होती है और वे नियम उन पुरुषों के लिए हैं जो अशुद्ध स्त्रियों के साथ सोने से अशुद्ध होते हैं।