occupaveruntque Galaaditae vada Iordanis per quae Ephraim reversurus erat cumque venisset ad ea de Ephraim numero fugiens atque dixisset obsecro ut me transire permittas dicebant ei Galaaditae numquid Ephrateus es quo dicente non sum
गिलाद के लोगों ने यरदन नदी के घाटों पर अधिकार कर लिया। वे घाट एप्रैम प्रदेश तक ले जाते थे। एप्रैम में से बचा हुआ जो कोई भी नदी पर आता, वह कहता, “मुझे पार करने दो” तो गिलाद के लोग उससे पूछते, “क्या तुम एप्रैम में से हो?” यदि वह “नहीं” कहता तो,