Psalms 28

हे यहोवा, तू मेरी चट्टान है, मैं तुझको सहायता पाने को पुकार रहा हूँ। मेरी प्रार्थनाओं से अपने कान मत मूँद, यदि तू मेरी सहायता की पुकार का उत्तर नहीं देगा, तो लोग मुझे कब्र में मरा हुआ जैसा समझेंगे।
David ad te Domine clamabo Fortis meus ne obsurdescas mihi ne forte tacente te mihi conparer his qui descendunt in lacum
हे यहोवा, तेरे पवित्र तम्बू की ओर मैं अपने हाथ उठाकर प्रार्थना करता हूँ। जब मैं तुझे पुकारुँ, तू मेरी सुन और तू मुझ पर अपनी करुणा दिखा।
audi Domine deprecationem meam cum clamavero ad te cum levavero manus meas ad oraculum sanctum tuum
हे यहोवा, मुझे उन बुरे व्याक्तियों की तरह मत सोच जो बुरे काम करते हैं। जो अपने पड़ोसियों से “सलाम” (शांति) करते हैं, किन्तु अपने हृदय में अपने पड़ोसियों के बारे में कुचक्र सोचते हैं।
ne trahas me cum impiis et cum operantibus iniquitatem qui loquuntur pacem cum amicis suis et est malum in corde eorum
हे यहोवा, वे व्यक्ति अन्य लोगों का बुरा करते हैं। सो तू उनके साथ बुरी घटनाएँ घटा। उन दुर्जनों को तू वैसे दण्ड दे जैसे उन्हें देना चाहिए।
da eis secundum opus suum et secundum malum adinventionum suarum iuxta opus manuum suarum da eis redde retributionem suam illis
दुर्जन उन उत्तम बातों को जो यहोवा करता नहीं समझते। वे परमेश्वर के उत्तम कर्मो को नहीं देखते। वे उसकी भलाई को नहीं समझते। वे तो केवल किसी का नाश करने का यत्न करते हैं।
quoniam non intellegunt opera Domini et opus manuum eius destrues eos et non aedificabis
यहोवा की स्तुति करो! उसने मुझ पर करुणा करने की विनती सुनी।
benedictus Dominus qui audivit vocem deprecationis meae
यहोवा मेरी शक्ति है, वह मेरी ढाल है। मुझे उसका भरोसा था। उसने मेरी सहायता की। मैं अति प्रसन्न हूँ, और उसके प्रशंसा के गीत गाता हूँ।
Dominus fortitudo mea et scutum meum in ipso confisum est cor meum et habui adiutorium gavisum est cor meum et in cantico meo confitebor illi
यहोवा अपने चुने राजा की रक्षा करता है। वह उसे हर पल बचाता है। यहोवा ही उसका बल है।
Dominus fortitudo mea et robur salutarium christi sui est
हे परमेश्वर, अपने लोगों की रक्षा कर। जो तेरे हैं उनको आशीष दे। उनको मार्ग दिखा और सदा सर्वदा उनका उत्थान कर।
salva populum tuum et benedic hereditati tuae et pasce eos et subleva eos usque in sempiternum