यहोवा अपने विशाल पवित्र मन्दिर में विराजा है।
यहोवा स्वर्ग में अपने सिंहासन पर बैठता है।
यहोवा सब कुछ देखता है, जो भी घटित होता है।
यहोवा की आँखें लोगों की सज्जनता व दुर्जनता को परखने में लगी रहती हैं।
لیکن رب اپنی مُقدّس سکونت گاہ میں ہے، رب کا تخت آسمان پر ہے۔ وہاں سے وہ دیکھتا ہے، وہاں سے اُس کی آنکھیں آدم زادوں کو پرکھتی ہیں۔