Psalms 28

(По слав. 27) Псалм на Давид. Към Теб викам, ГОСПОДИ, канара моя. Не се отвръщай от мен с мълчание, да не би, като мълчиш към мен, да стана като слизащите в рова!
हे यहोवा, तू मेरी चट्टान है, मैं तुझको सहायता पाने को पुकार रहा हूँ। मेरी प्रार्थनाओं से अपने कान मत मूँद, यदि तू मेरी सहायता की पुकार का उत्तर नहीं देगा, तो लोग मुझे कब्र में मरा हुआ जैसा समझेंगे।
Послушай гласа на молбите ми, когато викам към Теб, когато вдигам ръцете си към Твоя свят девир.
हे यहोवा, तेरे पवित्र तम्बू की ओर मैं अपने हाथ उठाकर प्रार्थना करता हूँ। जब मैं तुझे पुकारुँ, तू मेरी सुन और तू मुझ पर अपनी करुणा दिखा।
Не ме завличай със безбожните и с онези, които вършат грях, които говорят мир с ближните си, а в сърцата им е зло.
हे यहोवा, मुझे उन बुरे व्याक्तियों की तरह मत सोच जो बुरे काम करते हैं। जो अपने पड़ोसियों से “सलाम” (शांति) करते हैं, किन्तु अपने हृदय में अपने पड़ोसियों के बारे में कुचक्र सोचते हैं।
Въздай им според делото им и според злото на постъпките им. Според делата на ръцете им им дай; каквото заслужават, отплати им!
हे यहोवा, वे व्यक्ति अन्य लोगों का बुरा करते हैं। सो तू उनके साथ बुरी घटनाएँ घटा। उन दुर्जनों को तू वैसे दण्ड दे जैसे उन्हें देना चाहिए।
Понеже не зачитат делата на ГОСПОДА, нито делото на ръцете Му, Той ще ги събори и няма да ги съгради.
दुर्जन उन उत्तम बातों को जो यहोवा करता नहीं समझते। वे परमेश्वर के उत्तम कर्मो को नहीं देखते। वे उसकी भलाई को नहीं समझते। वे तो केवल किसी का नाश करने का यत्न करते हैं।
Благословен да е ГОСПОД, защото чу гласа на молбите ми!
यहोवा की स्तुति करो! उसने मुझ पर करुणा करने की विनती सुनी।
ГОСПОД е сила моя и щит мой. На Него се упова сърцето ми и ми се помогна, затова сърцето ми ликува и ще Го прославя с песента си.
यहोवा मेरी शक्ति है, वह मेरी ढाल है। मुझे उसका भरोसा था। उसने मेरी सहायता की। मैं अति प्रसन्न हूँ, और उसके प्रशंसा के गीत गाता हूँ।
ГОСПОД е тяхната сила, Той е спасителната крепост на помазаника Си.
यहोवा अपने चुने राजा की रक्षा करता है। वह उसे हर पल बचाता है। यहोवा ही उसका बल है।
Избави народа Си и благослови наследството Си, паси и носи ги до века!
हे परमेश्वर, अपने लोगों की रक्षा कर। जो तेरे हैं उनको आशीष दे। उनको मार्ग दिखा और सदा सर्वदा उनका उत्थान कर।