«هكَذَا قَالَ الرَّبُّ: هَا مِيَاهٌ تَصْعَدُ مِنَ الشِّمَالِ وَتَكُونُ سَيْلاً جَارِفًا، فَتُغَشِّي الأَرْضَ وَمِلأَهَا، الْمَدِينَةَ وَالسَّاكِنِينَ فِيهَا، فَيَصْرُخُ النَّاسُ، وَيُوَلْوِلُ كُلُّ سُكَّانِ الأَرْضِ.
यहोवा कहता है:
“ध्यान दो, शत्रु के सैनिक उत्तर में एक साथ मोर्चा लगा रहे हैं।
वे तटों को डूबाती तेज नदी की तरह आएंगे वे पूरे देश को बाढ़ सा ढक लेंगे।
वे नगरों और उनमें रह रहे निवासियों को ढक लेंगे।
उस देश का हर एक रहने वाला सहायता के लिये चिल्लाएगा।