et iratae sunt gentes et advenit ira tua et tempus mortuorum iudicari et reddere mercedem servis tuis prophetis et sanctis et timentibus nomen tuum pusillis et magnis et exterminandi eos qui corruperunt terram
अन्य जातियाँ क्रोध में भरी थी
किन्तु अब तेरा कोप प्रकट समय
और न्याय का समय आ गया।
उन सब ही के जो प्राण थे बिसारे।
और समय आ गया कि तेरे सेवक प्रतिफल पावें सभी नबी जन, तेरे सब जन
और सभी जो तुझको आदर देते।
और सभी जो छोटे जन हैं और सभी जो बड़े बने हैं अपना प्रतिफल पावें।
उन्हें मिटाने का समय आ गया, धरती को जो मिटा रहे हैं।”