De aceea, zic lui Dumnezu, Stînca mea: ,,Pentruce mă uiţi? Pentruce trebuie să umblu plin de întristare, supt apăsarea vrăjmaşului?``
मैं अपने परमेश्वर, अपनी चट्टान से बातें करता हूँ।
मैं कहा करता हूँ, “हे यहोवा, तूने मूझको क्यों बिसरा दिया हे
यहोवा, तूने मुझको यह क्यों नहीं दिखाया कि मैं अपने शत्रुऔं से बच कैसे निकलूँ?”