Wstawszy tedy król w nocy, rzekł do sług swoich: Powiem ja wam, co nam uczynili Syryjczycy; wiedzą, żeśmy zgłodniali, przetoż wyszli z obozu, a pokryli się w polu, mówiąc: Gdy wynijdą z miasta, pojmiemy je żywo, i miasto ubieżemy.
रात का समय था, किन्तु राजा अपने पलंग से उठा। राजा ने अपने अधिकारियों से कहा, “मैं तुम लोगों को बताऊँगा कि अरामी सैनिक हमारे साथ क्या कर रहे हैं। वे जानते हैं कि हम भूखे हैं। वे खेतों में छिपने के लिये, डेरों को खाली कर गए हैं। वे यह सोच रहे हैं, ‘जब इस्राएली नगर के बाहर आएंगे, तब हम उन्हें जीवित पकड़ लेंगे और तब हम नगर में प्रवेश करेंगे।’”