यरूशलेम के न्यायाधीश उनके पक्ष में जो न्यायालय में जीतेगा,
निर्णर्य देने के लिए घूस लिया करते हैं।
यरूशलेम के याजकों को धन देना पड़ता है,
इसके पहले कि वे लोगों को सीख दें।
लोगों को नबियों को धन देना पड़ता है।
इसके पहले कि वे भविष्य में झाँकें और फिर भी वे मुखिया सोचते हैं
कि उन पर कोई दण्ड नहीं पड़ सकता।
वे सोचा करते हैं, यहोवा उनको बचा लेगा और वे कहते हैं, “यहोवा हमारे बीच रहता है।
इसलिए हमारे साथ कोई बुरी बात घट नहीं सकती है।”
یروشلم کے بزرگ عدالت کرتے وقت رشوت لیتے ہیں۔ اُس کے امام تعلیم دیتے ہیں لیکن صرف کچھ ملنے کے لئے۔ اُس کے نبی پیش گوئی سنا دیتے ہیں لیکن صرف پیسوں کے معاوضے میں۔ تاہم یہ لوگ رب پر انحصار کر کے کہتے ہیں، ”ہم پر آفت آ ہی نہیں سکتی، کیونکہ رب ہمارے درمیان ہے۔“