Psalms 15

हे यहोवा, तेरे पवित्र तम्बू में कौन रह सकता है? तेरे पवित्र पर्वत पर कौन रह सकता है?
Ya RAB, çadırına kim konuk olabilir? Kutsal dağında kim oturabilir?
केवल वह व्यक्ति जो खरा जीवन जीता है, और जो उत्तम कर्मों को करता है, और जो ह्रदय से सत्य बोलता है। वही तेरे पर्वत पर रह सकता है।
Kusursuz yaşam süren, adil davranan, Yürekten gerçeği söyleyen.
ऐसा व्यक्ति औरों के विषय में कभी बुरा नहीं बोलता है। ऐसा व्यक्ति अपने पड़ोसियों का बुरा नहीं करता। वह अपने घराने की निन्दा नहीं करता है।
İftira etmez, Dostuna zarar vermez, Komşusuna kara çalmaz böylesi.
वह उन लोगों का आदर नहीं करता जो परमेश्वर से घृणा रखते हैं। और वह उन सभी का सम्मान करता है, जो यहोवा के सेवक हैं। ऐसा मनुष्य यदि कोई वचन देता है तो वह उस वचन को पूरा भी करता है, जो उसने दिया था।
Aşağılık insanları hor görür, Ama RAB’den korkanlara saygı duyar. Kendi zararına ant içse bile, dönmez andından.
वह मनुष्य यदि किसी को धन उधार देता है तो वह उस पर ब्याज नहीं लेता, और वह मनुष्य किसी निरपराध जन को हानि पहुँचाने के लिये घूस नहीं लेता। यदि कोई मनुष्य उस खरे जन सा जीवन जीता है तो वह मनुष्य परमेश्वर के निकट सदा सर्वदा रहेगा।
Parasını faize vermez, Suçsuza karşı rüşvet almaz. Böyle yaşayan asla sarsılmayacak.