“उस समय, मैं एक दीपक लूंगा और यरूशलेम में रहकर खोज करूँगा। मैं उन सभी लोगों को ढूँढूंगा जो अपने ही तरीके से रहने में सन्तुष्ट हैं। वे लोग कहते हैं, ‘यहोवा कुछ नहीं करता। वे न सहायता करते हैं न चोट ही पहुँचाते हैं!’ मैं उन लोगों का पता लगाऊंगा और उन्हें दण्ड दूँगा!
I stane se v ten čas, že přehledávati budu Jeruzalém s lucernami, a navštívím muže, kteříž ulnuli v kvasnicích svých, kteříž říkají v srdci svém: Nečiniť dobře Hospodin, aniž zle činí.