ואחרי כן ראיתי ארבעה מלאכים עמדים בארבע כנפות הארץ ויעצרו את ארבע רוחות הארץ למען לא תשב רוח לא בארץ ולא בים ולא בכל עץ׃
इसके बाद धरती के चारों कोनों पर चार स्वर्गदूतों को मैंने खड़े देखा। धरती की चारों हवाओं को रोक के रखा था ताकि धरती पर, सागर पर अथवा वृक्षों पर उनमें से किसी पर भी हवा चल ना पाये।
וארא מלאך אחר עלה ממרח שמש ובידו חתמת אלהים חיים ויקרא בקול גדול אל ארבעה המלאכים אשר נתן להם לחבל הארץ והים לאמר׃
फिर मैंने देखा कि एक और स्वर्गदूत है जो पूर्व दिशा से आ रहा है। उसने सजीव परमेश्वर की मुहर ली हुई थी। तथा वह उन चारों स्वर्गदूतों से जिन्हें धरती और आकाश को नष्ट कर देने का अधिकार दिया गया था, ऊँचे स्वर में पुकार कर कह रहा था,
אחרי כן ראיתי והנה המון רב אשר לא יכל איש למנותו מכל הגוים והמשפחות והעמים והלשנות ויעמדו לפני הכסא ולפני השה מלבשים שמלות לבנות וכפות תמרים בידיהם׃
इसके बाद मैंने देखा कि मेरे सामने एक विशाल भीड़ खड़ी थी जिसकी गिनती कोई नहीं कर सकता था। इस भीड़ में हर जाति के हर वंश के, हर कुल के तथा हर भाषा के लोग थे। वे उस सिंहासन और उस मेमने के आगे खड़े थे। वे श्वेत वस्त्र पहने थे और उन्होंने अपने हाथों में खजूर की टहनियाँ ली हुई थीं।
ואמר אליו אדני אתה ידעת ויאמר אלי אלה הם הבאים מן הצרה הגדולה ויכבסו את שמלתם וילבינום בדם השה׃
मैंने उसे उत्तर दिया, “मेरे प्रभु तू तो जानता ही है।” इस पर उसने मुझसे कहा, “ये वे लोग हैं जो कठोर यातनाओं के बीच से होकर आ रहे हैं उन्होंने अपने वस्त्रों को मेमने के लहू से धोकर स्वच्छ एवं उजला किया है।
לכן הנם לפני כסא האלהים ומשרתים אותו בהיכלו יומם ולילה והישב על הכסא יתן משכנו עליהם׃
इसलिए अब ये परमेश्वर के सिंहासन के सामने खड़े तथा उसके मन्दिर में दिन रात उसकी उपासना करते हैं। वह जो सिंहासन पर विराजमान है उनमें निवास करते हुए उनकी रक्षा करेगा।
כי השה אשר בתוך הכסא הוא ירעם ועל מבועי מים חיים ינהלם ומחה אליהם כל דמעה מעיניהם׃
क्योंकि वह मेमना जो सिंहासन के बीच में है उनकी देखभाल करेगा। वह उन्हें जीवन देने वाले जल स्रोतों के पास ले जाएगा और परमेश्वर उनकी आँखों के हर आँसू को पोंछ देगा।”