ויגשו הפרושים והצדוקים לנסותו וישאלו מאתו להראותם אות מן השמים׃
फिर फ़रीसी और सदूकी यीशु के पास आये। वे उसे परखना चाहते थे सो उन्होंने उससे कोई चमत्कार करने को कहा, ताकि पता लग सके कि उसे परमेश्वर की अनुमति मिली हुई है।
ובבקר תאמרו היום סער כי אדמו והתקדרו השמים חנפים אתם את פני השמים ידעתם לבחן ואתות העתים לא תוכלו׃
और सूरज उगने पर तुम कहते हो, ‘आज अंधड़ आयेगा क्योंकि आसमान धुँधला और लाल है।’ तुम आकाश के लक्षणों को पढ़ना जानते हो, पर अपने समय के लक्षणों को नहीं पढ़ सकते।
דור רע ומנאף בקש לו אות ואות לא ינתן לו בלתי אם אות יונה הנביא ויעזבם וילך לו׃
अरे दुष्ट और दुराचारी पीढ़ी के लोग कोई चिन्ह देखना चाहते हैं, पर उन्हें सिवाय योना के चिन्ह के कोई और दूसरा चिन्ह नहीं दिखाया जायेगा।” फिर वह उन्हें छोड़कर चला गया।
ויאמרו יש אמרים יוחנן המטביל הוא ואחרים אמרים אליהו ויש אמרים ירמיהו או אחד מן הנביאים׃
वे बोले, “कुछ कहते हैं कि तू बपतिस्मा देने वाला यूहन्ना है, और दूसरे कहते हैं कि तू एलिय्याह है और कुछ अन्य कहते हैं कि तू यिर्मयाह या भविष्यवक्ताओं में से कोई एक है।”
ויען ויאמר אליו אשריך שמעון בר יונה כי בשר ודם לא גלה לך את זאת כי אם אבי שבשמים׃
उत्तर में यीशु ने उससे कहा, “योना के पुत्र शमौन! तू धन्य है क्योंकि तुझे यह बात किसी मनुष्य ने नहीं, बल्कि स्वर्ग में स्थित मेरे परम पिता ने दर्शाई है।
ואתן לך את מפתחות מלכות השמים וכל אשר תאסר על הארץ אסור יהיה בשמים וכל אשר תתיר על הארץ מתר יהיה בשמים׃
मैं तुझे स्वर्ग के राज्य की कुंजियाँ दे रहा हूँ। ताकि धरती पर जो कुछ तू बाँधे, वह परमेश्वर के द्वारा स्वर्ग में बाँधा जाये और जो कुछ तू धरती पर छोड़े, वह स्वर्ग में परमेश्वर के द्वारा छोड़ दिया जाये।”
מן העת ההיא החל ישוע להורות את תלמידיו שהוא צריך ללכת ירושלים ויענה הרבה בידי הזקנים והכהנים הגדולים והסופרים ויהרג וביום השלישי קום יקום׃
उस समय यीशु अपने शिष्यों को बताने लगा कि, उसे यरूशलेम जाना चाहिये। जहाँ उसे यहूदी धर्मशास्त्रियों, बुज़ुर्ग यहूदी नेताओं और प्रमुख याजकों द्वारा यातनाएँ पहुँचा कर मरवा दिया जायेगा। फिर तीसरे दिन वह मरे हुओं में से जी उठेगा।
ויפן ויאמר לפטרוס סור מעלי השטן למכשול אתה לי כי אין לבך לדברי אלהים כי אם לדברי בני אדם׃
फिर यीशु उसकी तरफ मुड़ा और बोला, “पतरस, मेरे रास्ते से हट जा। अरे शैतान! तू मेरे लिए एक अड़चन है। क्योंकि तू परमेश्वर की तरह नहीं लोगों की तरह सोचता है।”