Kaj Eljakim, filo de Ĥilkija, la palacestro, kaj Ŝebna, la skribisto, kaj Joaĥ, filo de Asaf, la kronikisto, venis al Ĥizkija en disŝiritaj vestoj, kaj raportis al li la vortojn de Rabŝake.
इसके बाद महल के सेवक (हिल्किय्याह के पुत्र एल्याकीम) राजा के सचिव (शेब्ना) और दफतरी (आसाप के पुत्र योआह) ने अपने वस्त्र फाड़ डाले। इससे यह प्रकट होता है कि वे बहुत दु:खी थे वे तीनों व्यक्ति हिजकिय्याह के पास गये और सेनापति ने जो कुछ उनसे कहा था, वह सब उसे कह सुनाया।