وَتَكَلَّمَ حَنَنِيَّا أَمَامَ كُلِّ الشَّعْبِ قَائِلاً: «هكَذَا قَالَ الرَّبُّ: هكَذَا أَكْسِرُ نِيرَ نَبُوخَذْنَاصَّرَ مَلِكِ بَابِلَ فِي سَنَتَيْنِ مِنَ الزَّمَانِ عَنْ عُنُقِ كُلِّ الشُّعُوبِ». وَانْطَلَقَ إِرْمِيَا النَّبِيُّ فِي سَبِيلِهِ.
तब हनन्याह सभी लोग के सामने बोला। उसने कहा, “यहोवा कहता है, ‘इसी तरह मैं बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर के जुवे को तोड़ दूँगा। उसने उस जुवे को विश्व के सभी राष्ट्रों पर रखा है। किन्तु मैं उस जुवे को दो वर्ष बीतने से पहले ही तोड़ दूँगा।’” हनन्याह के वह कहने के बाद यिर्मयाह मन्दिर को छोड़कर चला गया।