يَا رَبُّ، عِزِّي وَحِصْنِي وَمَلْجَإِي فِي يَوْمِ الضِّيِق، إِلَيْكَ تَأْتِي الأُمَمُ مِنْ أَطْرَافِ الأَرْضِ، وَيَقُولُونَ: «إِنَّمَا وَرِثَ آبَاؤُنَا كَذِبًا وَأَبَاطِيلَ وَمَا لاَ مَنْفَعَةَ فِيهِ.
हे यहोवा, तू मेरी शक्ति और गढ़ है।
विपत्ति के समय भाग कर बचने की तू सुरक्षित शरण है।
सारे संसार से राष्ट्र तेरे पास आएंगे।
वे कहेंगे, “हमारे पिता असत्य देवता रखते थे।
उन्होंने उन व्यर्थ देवमूर्तियों की पूजा की,
किन्तु उन देवमूर्तियों ने उनकी कोई सहायता नहीं की।