महाराजा क्षयर्ष के यहाँ यहूदी मोर्दकै महत्व की दृष्टि से दूसरे स्थान पर था। मोर्दकै यहूदियों में अत्यन्त महत्वपूर्ण पुरुष था। तथा उसके साथी यहूदी उसका बहुत आदर करते थे। वे मोर्दकै का आदर इसलिए करते थे कि उसने अपने लोगों के भले के लिए काम किया था। मोर्दकै सभी यहूदियों के कल्याण की बातें किया करता था।
et quomodo Mardocheus iudaici generis secundus a rege Asuero fuerit et magnus inter Iudaeos et acceptabilis plebi fratrum suorum quaerens bona populo suo et loquens ea quae ad pacem sui seminis pertinerent