नवयुवक और वृद्ध,
नगर की गलियों में धरती पर पड़े रहें।
मेरी युवा स्त्रियाँ, पुरुष और युवक
तलवार के धार उतारे गये थे।
हे यहोवा, तूने अपने क्रोध के दिन पर उनका वध किया है!
तूने उन्हें बिना किसी करुणा के मारा है!
Gençler, yaşlılar sokaklarda, yerlerde yatıyor,
Kılıçtan geçirildi erden kızlarımla gençlerim,
Öfkelendiğin gün öldürdün onları, acımadan boğazladın.