इस्राएल एक ऐसी दाखलता है
जिस पर बहुतेरे फल लगते हैं।
इस्राएल ने परमेश्वर से अधिकाधिक वस्तुऐं पाई
किन्तु वह झूठे देवताओं के लिये अनेकानेक वेदियाँ बनाता ही चला गया।
उसकी धरती अधिकाधिक उत्तम होने लगी
सो वह अच्छे से अच्छा पत्थर झूठे देवताओं को मान देने के लिये पधराता गया।
En frodig vinstok var Israel, som bar sin frugt, jo flere frugter, des flere Altre; som Landet gik frem, des skønnere Støtter.