Psalms 14

(По слав. 13) За първия певец. Псалм на Давид. Безумният каза в сърцето си: Няма Бог. Поквариха се, извършиха гнусни дела; няма никой, който да върши добро.
मूर्ख अपने मनमें कहता है, “परमेश्वर नहीं है।” मूर्ख जन तो ऐसे कार्य करते हैं जो भ्रष्ट और घृणित होते हैं। उनमें से कोई भी भले काम नहीं करता है।
ГОСПОД погледна от небето над човешките синове, за да види има ли някой разумен, някой, който търси Бога.
यहोवा आकाश से नीचे लोगों को देखता है, कि कोई विवेकी जन उसे मिल जाये। विवेकी मनुष्य परमेश्वर की ओर सहायता पाने के लिये मुड़ता है।
Всички се отклониха, заедно станаха негодни, няма кой да върши добро, няма ни един.
किन्तु परमेश्वर से मुड़ कर सभी दूर हो गये हैं। आपस में मिल कर सभी लोग पापी हो गये हैं। कोई भी जन अच्छे कर्म नहीं कर रहा है!
Нямат ли разум всички, които вършат зло, които изпояждат народа ми, както ядат хляб, и не призовават ГОСПОДА?
मेरे लोगों को दुष्टों ने नष्ट कर दिया है। वे दुर्जन परमेश्वर को नहीं जानते हैं। दुष्टों के पास खाने के लिये भरपूर भोजन है। ये जन यहोवा की उपासना नहीं करते।
Тогава ги връхлетя голям ужас, защото Бог е сред рода на праведните.
ये दुष्ट मनुष्य निर्धन की सम्मति सुनना नहीं चाहते। ऐसा क्यों है? क्योंकि दीन जन तो परमेश्वर पर निर्भर है।
Подигравате се с намерението на бедния, но ГОСПОД е негово прибежище.
किन्तु दुष्ट लोगों पर भय छा गया है। क्यों? क्योंकि परमेश्वर खरे लोगों के साथ है।
Дано дойде от Сион спасение на Израил! Когато ГОСПОД върне народа Си от плен, Яков ще ликува, ще се радва Израил.
सिय्योन पर कौन जो इस्राएल को बचाता है? वह तो यहोवा है, जो इस्राएल की रक्षा करता है! यहोवा के लोगों को दूर ले जाया गया और उन्हें बलपूर्वक बन्दी बनाया गया। किन्तु यहोवा अपने भक्तों को वापस छुड़ा लायेगा। तब याकूब (इस्राएल) अति प्रसन्न होगा।