Това, което беше отначало, което чухме, което видяхме с очите си, което гледахме и ръцете ни попипаха за Словото на живота,
वह सृष्टि के आरम्भ से ही था: हमने इसे सुना है, अपनी आँखों से देखा, ध्यान से निहारा, और इसे स्वयं अपने ही हाथों से हमने इसे छुआ है। हम उस वचन के विषय में बता रहे हैं जो जीवन है।