فَإِنَّهُ هُوَذَا الَّذِي صَنَعَ الْجِبَالَ وَخَلَقَ الرِّيحَ وَأَخْبَرَ الإِنْسَانَ مَا هُوَ فِكْرُهُ، الَّذِي يَجْعَلُ الْفَجْرَ ظَلاَمًا، وَيَمْشِي عَلَى مَشَارِفِ الأَرْضِ، يَهْوَهُ إِلهُ الْجُنُودِ اسْمُهُ.
मैं कौन हूँ मैं वही हूँ जिसने पर्वतों को बनाया।
मैंने तुम्हारा प्राण बनाया।
मैंने लोगों को अपने विचार बनाए।
मैं ही सुबह को शाम में बदलता हूँ।
मैं पृथ्वी के ऊपर के पर्वतों पर चलता हूँ।
मैं कौन हूँ मेरा नाम यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर है।