Gör, ya RAB, ne sıkıntılar çektiğimi,
İçim kanıyor, yüreğim buruk,
Çünkü çok asilik ettim;
Dışarıda kılıç beni çocuklarımdan ayırmakta,
İçerdeyse ölüm kol gezmekte.
“हे यहोवा, मुझे देख! मैं दु:ख में पड़ी हूँ!
मेरा अंतरंग बेचैन है!
मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मेरा हृदय उलट—पलट गया हो!
मुझे मेरे मन में ऐसा लगता है क्योंकि मैं हठी रही थी!
गलियों में मेरे बच्चों को तलवार ने काट डाला है।
घरों के भीतर मौत का वास था।