Beni ana karnında yaratan onu da yaratmadı mı?
Rahimde bize biçim veren O değil mi?
परमेश्वर ने मुझको मेरी माता के गर्भ में बनाया, और मेरे दासों को भी उसने माता के गर्भ में हीं बनाया,
उसने हम दोनों ही को अपनी—अपनी माता के भीतर ही रूप दिया है।
Koyunlarımın yünüyle ısıtmadıysam,
O da içinden beni kutsamadıysa,
तो मैं सदा उन लोगों को वस्त्र देता रहा,
मैंने उन्हें गर्म रखने को मैंने स्वयं अपनी भेड़ों के ऊन का उपयोग किया,
तो वे मुझे अपने समूचे मन से आशीष दिया करते थे।
Kalabalıktan çok korktuğum,
Boyların aşağılamasından yıldığım,
Susup dışarı çıkmadığım için
Suçumu bağrımda gizleyip
Adem gibi isyanımı örttümse,
क्यों क्योंकि लोग कहा करते हैं कि मैं उससे कभी नहीं डरा।
मैं कभी चुप न रहा और मैंने कभी बाहर जाने से मना नहीं किया
क्योंकि उन लोगों से जो मेरे प्रति बैर रखते हैं कभी नहीं डरा।
-“Keşke beni dinleyen biri olsa!
İşte savunmamı imzalıyorum,
Her Şeye Gücü Yeten bana yanıt versin!
Hasmımın yazdığı tomar elimde olsa,
“ओह! काश कोई होता जो मेरी सुनता!
मुझे अपनी बात समझाने दो।
काश! शक्तिशाली परमेश्वर मुझे उत्तर देता।
काश! वह उन बातों को लिखता जो मैंने गलत किया था उसकी दृष्टि में।