Eğer biri giysisinin kıvrımları arasında kutsanmış et taşır ve o kıvrım ekmeğe, yemeğe, şaraba, zeytinyağına ya da başka bir yiyeceğe değerse, o yiyecek kutsal olur mu?’ ” Kâhinler, “Hayır” diye yanıtladılar.
‘संभव है कोई व्यक्ति अपने कपड़ों की तहों में पवित्र मांस ले चले। संभव है कि उस कपड़े की तह से जिसमें वह पवित्र मांस ले जा रहा हो, रोटी, या पका भोजन, दाखमधु, तेल या किसी अन्य भोजन का स्पर्श हो जाये। क्या वह चीज जिसका स्पर्श तह से होता है पवित्र हो जायेगी?’” याजक ने उत्तर दिया, “नहीं।”