Psalms 15

(Un psalm al lui David.) Doamne, cine va locui în cortul Tău? Cine va locui pe muntele Tău cel sfînt?
हे यहोवा, तेरे पवित्र तम्बू में कौन रह सकता है? तेरे पवित्र पर्वत पर कौन रह सकता है?
-Cel ce umblă în neprihănire, cel ce face voia lui Dumnezeu, şi spune adevărul din inimă.
केवल वह व्यक्ति जो खरा जीवन जीता है, और जो उत्तम कर्मों को करता है, और जो ह्रदय से सत्य बोलता है। वही तेरे पर्वत पर रह सकता है।
Acela nu cleveteşte cu limba lui, nu face rău semenului său, şi nu aruncă ocara asupra aproapelui său.
ऐसा व्यक्ति औरों के विषय में कभी बुरा नहीं बोलता है। ऐसा व्यक्ति अपने पड़ोसियों का बुरा नहीं करता। वह अपने घराने की निन्दा नहीं करता है।
El priveşte cu dispreţ pe cel vrednic de dispreţuit, dar cinsteşte pe ceice se tem de Domnul. El nu-şi ia vorba înapoi, dacă face un jurămînt în paguba lui.
वह उन लोगों का आदर नहीं करता जो परमेश्वर से घृणा रखते हैं। और वह उन सभी का सम्मान करता है, जो यहोवा के सेवक हैं। ऐसा मनुष्य यदि कोई वचन देता है तो वह उस वचन को पूरा भी करता है, जो उसने दिया था।
El nu-şi dă banii cu dobîndă, şi nu ia mită împotriva celui nevinovat. Cel ce se poartă aşa, nu se clatină nici odată.
वह मनुष्य यदि किसी को धन उधार देता है तो वह उस पर ब्याज नहीं लेता, और वह मनुष्य किसी निरपराध जन को हानि पहुँचाने के लिये घूस नहीं लेता। यदि कोई मनुष्य उस खरे जन सा जीवन जीता है तो वह मनुष्य परमेश्वर के निकट सदा सर्वदा रहेगा।