,,Fiul omului, fraţii tăi, da, fraţii tăi, cei din robie, şi toată casa lui Israel, sînt aceia despre cari zic locuitorii Ierusalimului: ,Ei sînt departe de Domnul, ţara ne -a fost dată nouă în stăpînire!...`
“मनुष्य के पुत्र, तुम इस्राएल के परिवार के अपने उन भाईयों को याद करो जिन्हें अपने देश को छोड़ने के लिये विवश किया गया था। लेकिन मैं उन्हें वापस लाऊँगा। किन्तु यहाँ यरूशलेम में रहने वाले लोग कह रहे है, यहोवा हम से दूर रह। यह भूमि हमें दी गई — यह हमारी है!”