Psalms 128

En sang ved festreisene. Lykksalig er hver den som frykter Herren, som vandrer på hans veier.
यहोवा के सभी भक्त आनन्दित रहते हैं। वे लोग परमेश्वर जैसा चाहता, वैसा गाते हैं।
Frukten av dine henders arbeid skal du nyte; lykksalig er du, og det går dig vel.
तूने जिनके लिये काम किया है, उन वस्तुओं का तू आनन्द लेगा। उन ऐसी वस्तुओं को कोई भी व्यक्ति तुझसे नहीं छिनेगा। तू प्रसन्न रहेगा और तेरे साथ भली बातें घटेंगी।
Din hustru er som et fruktbart vintre der inne i ditt hus, dine barn som oljekvister rundt om ditt bord.
घर पर तेरी घरवाली अंगूर की बेल सी फलवती होगी। मेज के चारों तरफ तेरी संतानें ऐसी होंगी, जैसे जैतून के वे पेड़ जिन्हें तूने रोपा है।
Se, således blir den mann velsignet som frykter Herren.
इस प्रकार यहोवा अपने अनुयायिओं को सचमुच आशीष देगा।
Herren skal velsigne dig fra Sion, og du skal skue med lyst Jerusalems lykke alle ditt livs dager.
यहोवा सिय्योन से तुझ को आशीर्वाद दे यह मेरी कामना है। जीवन भर यरूशलेम में तुझको वरदानों का आनन्द मिले।
Og du skal se barn av dine barn. Fred være over Israel!
तू अपने नाती पोतों को देखने के लिये जीता रहे यह मेरी कामना है। इस्राएल में शांति रहे।