“उस अलगाव के काल में उस व्यक्ति को अपने बाल नहीं काटने चाहिए। उस व्यक्ति को उस समय तक पवित्र रहना चाहिए जब तक अलगाव का समय समाप्त न हो। उसे अपने बालों को लम्बे होने देना चाहिए। उस व्यक्ति के बाल, परमेस्वर को दिए गये उसके वचन का एक विशेष भाग हैं। वह उन बालों को परमेस्वर के लिए भेंट के रुप में देगा। इसलिए वह व्यक्ति अपने बालों को तब तक लम्बा होने देगा जब तक अलगाव का समय समाप्त न होगा।
جب تک وہ اپنی مَنت کے مطابق مخصوص ہے وہ اپنے بال نہ کٹوائے۔ جتنی دیر کے لئے اُس نے اپنے آپ کو رب کے لئے مخصوص کیا ہے اُتنی دیر تک وہ مُقدّس ہے۔ اِس لئے وہ اپنے بال بڑھنے دے۔