तब मैंने परमेश्वर को अन्य लोगों से कहते सुना, “मैं चाहता हूँ कि तुम लोग प्रथम व्यक्ति का अनुसरण करो। तुन उन सभी व्यक्तियों को मार डालो। जिनके ललाट पर चिन्ह नहीं है। तुम इस पर ध्यान नहीं देना कि वे अग्रज (प्रमुख) युवक, युवतियाँ, बच्चे, या मातायें हैं। तुम्हें अपने शस्त्रों का उपयोग करना है, उन हर एक को मार डालना है जिनके ललाट पर चिन्ह नहीं है। कोई दया न दिखाओ। किसी व्यक्ति के लिये अफसोस न करो। यहाँ मेरे मन्दिर से आरम्भ करो।” इसलिये उन्होंने मन्दिर के सामने के अग्रजों (प्रमुखों) से आरम्भ किया।
بلکہ بزرگوں کو کنوارے کنواریوں اور بال بچوں سمیت موت کے گھاٹ اُتارو۔ صرف اُنہیں چھوڑنا جن کے ماتھے پر نشان ہے۔ میرے مقدِس سے شروع کرو!“ چنانچہ آدمیوں نے اُن بزرگوں سے شروع کیا جو رب کے گھر کے سامنے کھڑے تھے۔