मैंने जब ये योजनाएँ बनायी थीं, तो मुझे कोई संशय नहीं था। या मैं जो योजनाएँ बनाता हूँ तो क्या उन्हें सांसारिक ढंग से बनाता हूँ कि एक ही समय “हाँ, हाँ” भी कहता रहूँ और “ना, ना” भी करता रहूँ।
Маючи задум такий, чи я чинив легковажно? Чи те, що задумую, за тілом задумую, щоб було в мене і Так, так, і Ні, ні?