क्योंकि मेरा विचार है कि परमेश्वर ने हम प्रेरितों को कर्म-क्षेत्र में उन लोगों के समान सबसे अंत में स्थान दिया है जिन्हें मृत्यु-दण्ड दिया जा चुका है। क्योंकि हम समूचे संसार, स्वर्गदूतों और लोगों के सामने तमाशा बने हैं।
Бо я думаю, що Бог нас, апостолів, поставив за найостанніших, мов на смерть засуджених, бо ми стали дивовищем світові, і Анголам, і людям.