“वह समय उस समय के भी समान होगा जब लोग जैतून की फसल उतारते हैं। लोग जैतून के पेड़ों से जैतून झाड़ते हैं। किन्तु पेड़ की चोटी पर प्राय: कुछ फल तब भी बचे रह जाते हैं। चोटी की कुछ शाखाओं पर चार पाँच जैतून के फल छूट जाते हैं। उन नगरों में भी ऐसा ही होगा।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने ये बातें कही थीं।
Θελουσιν ομως μεινει εν αυτη ωγες, ως εν τω τιναγμω της ελαιας, δυο τρεις ελαιαι επι της κορυφης των υψηλοτερων κλαδων, τεσσαρες πεντε επι των μακροτερων αυτης καρποφορων κλαδων, λεγει Κυριος ο Θεος του Ισραηλ.