जो कुछ देखा जा सकता है, हमारी आँखें उस पर नहीं टिकी हैं, बल्कि अदृश्य पर टिकी हैं। क्योंकि जो देखा जा सकता है, वह विनाशी है, जबकि जिसे नहीं देखा जा सकता, वह अविनाशी है।
επειδη ημεις δεν ενατενιζομεν εις τα βλεπομενα, αλλ εις τα μη βλεπομενα διοτι τα βλεπομενα ειναι προσκαιρα, τα δε μη βλεπομενα αιωνια.