और सभी लेविवंशी गायक वेदी के पूर्वी ओर खड़े थे। सभी आसाप, हेमान और यदूतून के गायक समूह वहाँ थे और उनके पुत्र तथा उनके सम्बन्धी भी वहाँ थे। वे लेवीवंशी गायक सफेद बहुमूल्य मलमल के वस्त्र पहने हुए थे। वे झाँझ, वीणा और सारंगी लिये थे। उन लेवीवंशी गायकों के साथ वहाँ एक सौ बीस याजक थे। वे एक सौ बीस याजक तुरही बजा रहे थे।
Bütün Levili ezgiciler –Asaf, Heman, Yedutun, oğullarıyla kardeşleri– zillerle, çenk ve lirlerle, ince keten kuşanmış olarak sunağın doğusunda yerlerini almışlardı. Borazan çalan yüz yirmi kâhin onlara eşlik ediyordu.