जो अपने पुत्र को कभी नहीं दण्डित करता, वह अपने पुत्र से प्रेम नहीं रखता है। किन्तु जो प्रेम करता निज पुत्र से, वह तो उसे यत्न से अनुशासित करता है।
Den som spar sitt ris, han hatar sin son, men den som älskar honom agar honom i tid.Ords. 3,12. 19,18. 22,15. 23,13 f. 29,15. Syr. 30,1 f.