Job 41

“अय्यूब, बता, क्या तू लिब्यातान (सागर के दैत्य) को किसी मछली के काँटे से पकड़ सकता है?
¿SACARÁS tú al leviathán con el anzuelo, Ó con la cuerda que le echares en su lengua?
अय्यूब, क्या तू लिब्यातान की नाक में नकेल डाल सकता है? अथवा उसके जबड़ों में काँटा फँसा सकता है?
¿Pondrás tú garfio en sus narices, Y horadarás con espinas su quijada?
अय्यूब, क्या लिब्यातान आजाद होने के लिये तुझसे विनती करेगा क्या वह तुझसे मधुर बातें करेगा?
¿Multiplicará él ruegos para contigo? ¿Hablaráte él lisonjas?
अय्यूब, क्या लिब्यातान तुझसे सन्धि करेगा, और सदा तेरी सेवा का तुझे वचन देगा?
¿Hará concierto contigo Para que lo tomes por siervo perpetuo?
अय्यूब, क्या तू लिब्यातान से वैसे ही खेलेगा जैसे तू किसी चिड़ियाँ से खेलता है? क्या तू उसे रस्से से बांधेगा जिससे तेरी दासियाँ उससे खेल सकें?
¿Jugarás tú con él como con pájaro, Ó lo atarás para tus niñas?
अय्यूब, क्या मछुवारे लिब्यातान को तुझसे खरीदने का प्रयास करेंगे? क्या वे उसको काटेंगे और उन्हें व्यापारियों के हाथ बेच सकेंगे?
¿Harán de él banquete los compañeros? ¿Partiránlo entre los mercaderes?
अय्यूब, क्या तू लिब्यातान की खाल में और माथे पर भाले फेंक सकता है?
¿Cortarás tú con cuchillo su cuero, Ó con asta de pescadores su cabeza?
“अय्यूब, लिब्यातान पर यदि तू हाथ डाले तो जो भयंकर युद्ध होगा, तू कभी भी भूल नहीं पायेगा, और फिर तू उससे कभी युद्ध न करेगा।
Pon tu mano sobre él; Te acordarás de la batalla, y nunca más tornarás.
और यदि तू सोचता है कि तू लिब्यातान को हरा देगा तो इस बात को तू भूल जा। क्योंकि इसकी कोई आशा नहीं है। तू तो बस उसे देखने भर से ही डर जायेगा।
He aquí que la esperanza acerca de él será burlada; Porque aun á su sola vista se desmayarán.
कोई भी इतना वीर नहीं है, जो लिब्यातान को जगा कर भड़काये। तो फिर अय्यूब बता, मेरे विरोध में कौन टिक सकता है?
Nadie hay tan osado que lo despierte: ¿Quién pues podrá estar delante de mí?
मुझ को (परमेश्वर को) किसी भी व्यक्ति कुछ नहीं देना है। सारे आकाश के नीचे जो कुछ भी है, वह सब कुछ मेरा ही है।
¿Quién me ha anticipado, para que yo restituya? Todo lo que hay debajo del cielo es mío.
अय्यूब, मैं तुझको लिब्यातान के पैरों के विषय में बताऊँगा। मैं उसकी शक्ति और उसके रूप की शोभा के बारे में बताऊँगा।
Yo no callaré sus miembros, Ni lo de sus fuerzas y la gracia de su disposición.
कोई भी व्यक्ति उसकी खाल को भेद नहीं सकता। उसकी खाल दुहरा कवच के समान हैं।
¿Quién descubrirá la delantera de su vestidura? ¿Quién se llegará á él con freno doble?
लिब्यातान को कोई भी व्यक्ति मुख खोलने के लिये विवश नहीं कर सकता है। उसके जबड़े के दाँत सभी को भयभीत करते हैं।
¿Quién abrirá las puertas de su rostro? Los órdenes de sus dientes espantan.
लिब्यातान की पीठ पर ढालों की पंक्तियाँ होती है, जो आपस में कड़ी छाप से जुड़े होते हैं।
La gloria de su vestido son escudos fuertes, Cerrados entre sí estrechamente.
ये ढ़ाले आपस में इतनी सटी होती हैं कि हवा तक उनमें प्रवेश नहीं कर पाती है।
El uno se junta con el otro, Que viento no entra entre ellos.
ये ढाले एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। वे इतनी मजबूती से एक दूसरे से जुडी हुई है कि कोई भी उनको उखाड़ कर अलग नहीं कर सकता।
Pegado está el uno con el otro, Están trabados entre sí, que no se pueden apartar.
लिब्यातान जब छींका करता है तो ऐसा लगता है जैसे बिजली सी कौंध गई हो। आँखे उसकी ऐसी चमकती है जैसे कोई तीव्र प्रकाश हो।
Con sus estornudos encienden lumbre, Y sus ojos son como los párpados del alba.
उसके मुख से जलती हुई मशालें निकलती है और उससे आग की चिंगारियाँ बिखरती हैं।
De su boca salen hachas de fuego, Centellas de fuego proceden.
लिब्यातान के नथुनों से धुआँ ऐसा निकलता है, जैसे उबलती हुई हाँडी से भाप निकलता हो।
De sus narices sale humo, Como de una olla ó caldero que hierve.
लिब्यातान की फूँक से कोपले सुलग उठते हैं और उसके मुख से डर कर दूर भाग जाया करते हैं।
Su aliento enciende los carbones, Y de su boca sale llama.
लिब्यातान की शक्ति उसके गर्दन में रहती हैं, और लोग उससे डर कर दूर भाग जाया करते हैं।
En su cerviz mora la fortaleza, Y espárcese el desaliento delante de él.
उसकी खाल में कही भी कोमल जगह नहीं है। वह धातु की तरह कठोर हैं।
Las partes momias de su carne están apretadas: Están en él firmes, y no se mueven.
लिब्यातान का हृदय चट्टान की तरह होता है, उसको भय नहीं है। वह चक्की के नीचे के पाट सा सुदृढ़ है।
Su corazón es firme como una piedra, Y fuerte como la muela de abajo.
लिब्यातान जागता है, बली लोग डर जाते हैं। लिब्यातान जब पूँछ फटकारता है, तो वे लोग भाग जाते हैं।
De su grandeza tienen temor los fuertes, Y á causa de su desfallecimiento hacen por purificarse.
लिब्यातान पर जैसे ही भाले, तीर और तलवार पड़ते है वे उछल कर दूर हो जाते है।
Cuando alguno lo alcanzare, ni espada, Ni lanza, ni dardo, ni coselete durará.
लोहे की मोटी छड़े वह तिनसे सा और काँसे को सड़ी लकड़ी सा तोड़ देता है।
El hierro estima por pajas, Y el acero por leño podrido.
बाण लिब्यातान को नहीं भगा पाते हैं, उस पर फेंकी गई चट्टाने सूखे तिनके की भाँति हैं।
Saeta no le hace huir; Las piedras de honda se le tornan aristas.
लिब्यातान पर जब मुगदर पड़ता है तो उसे ऐसा लगता है मानों वह कोई तिनका हो। जब लोग उस पर भाले फेंकते हैं, तब वह हँसा करता है।
Tiene toda arma por hojarascas, Y del blandir de la pica se burla.
लिब्यातान की देह के नीचे की खाल टूटे हुऐ बर्तन के कठोर व पैने टुकड़े सा है। वह जब चलता है तो कीचड़ में ऐसे छोड़ता है। मानों खलिहान में पाटा लगाया गया हो।
Por debajo tiene agudas conchas; Imprime su agudez en el suelo.
लिब्यातान पानी को यूँ मथता है, मानों कोई हँड़ियाँ उबलती हो। वह ऐसे बुलबुले बनाता है मानों पात्र में उबलता हुआ तेल हो।
Hace hervir como una olla la profunda mar, Y tórnala como una olla de ungüento.
लिब्यातान जब सागर में तैरता है तो अपने पीछे वह सफेद झागों जैसी राह छोड़ता है, जैसे कोई श्वेत बालों की विशाल पूँछ हो।
En pos de sí hace resplandecer la senda, Que parece que la mar es cana.
लिब्यातान सा कोई और जन्तु धरती पर नहीं है। वह ऐसा पशु है जिसे निर्भय बनाया गया।
No hay sobre la tierra su semejante, Hecho para nada temer.
वह अत्याधिक गर्वीले पशुओं तक को घृणा से देखता है। सभी जंगली पशुओं का वह राजा हैं। मैंने (यहोवा) लिब्यातान को बनाया है।”
Menosprecia toda cosa alta: Es rey sobre todos los soberbios.