जब वे नगर को छोड़ चुके, यूसुफ ने अपने सेवक से कहा, “जाओ और उन लोगों का पीछा करो। उन्हें रोको और उनसे कहो, ‘हम लोग आप लोगों के प्रति अच्छे रहे। किन्तु आप लोगों ने हमारे यहाँ चोरी क्यों की? आप लोगों ने यूसुफ का चाँदी का प्याला क्यों चुराया?
Wyszedłszy tedy z miasta, gdy nie daleko byli, rzekł Józef do tego, który był sprawcą domu jego: Wstań, goń te męże, a dogoniwszy ich, mów do nich: Czemuście oddali złe za dobre?