अनेक जातियाँ यहाँ आ कर कहेंगी,
“आओ! चलो, यहोवा के पहाड़ के ऊपर चलें।
याकूब के परमेश्वर के मन्दिर चलें।
फिर परमेश्वर हमको अपनी राह सिखायेगा
और फिर हम उसके पथ में बढ़ते चले जायेंगे।”
क्यों क्योंकि परमेश्वर की शिक्षाएँ सिय्योन से आयेंगी
और यहोवा का वचन यरूशलेम से आयेगा।
Des nations s'y rendront en foule, et diront: Venez, et montons à la montagne de l'Eternel, A la maison du Dieu de Jacob, Afin qu'il nous enseigne ses voies, Et que nous marchions dans ses sentiers. Car de Sion sortira la loi, Et de Jérusalem la parole de l'Eternel.