जब उसने यीशु को देखा तो चिल्लाते हुए उसके सामने गिर कर ऊँचे स्वर में बोला, “हे परम प्रधान (परमेश्वर) के पुत्र यीशु, तू मुझसे क्या चाहता है? मैं विनती करता हूँ मुझे पीड़ा मत पहुँचा।” उसने उस दुष्टात्मा को उस व्यक्ति में से बाहर निकलने का आदेश दिया था, क्योंकि उस दुष्टात्मा ने उस मनुष्य को बहुत बार पकड़ा था। ऐसे अवसरों पर उसे बेड़ियों से बाँध कर पहरे में रखा जाता था। किन्तु वह सदा ज़ंजीरों को तोड़ देता था और दुष्टात्मा उसे वीराने में भगाए फिरती थी।
زیرا عیسی به روح پلید فرمان داده بود كه از آن مرد بیرون بیاید. آن دیو بارها بر او حملهور شده بود و مردم او را گرفته با زنجیرها و کندهها محكم نگاه داشته بودند، امّا هربار زنجیرها را پاره میکرد و آن دیو او را به بیابانها میکشانید.