उन युवतियों के पिता और भाई हम लोगों के पास आएंगे और शिकायत करेंगे। किन्तु हम लोग उन्हें इस प्रकार उत्तर देंगे: “बिन्यामीन के लोगों पर कृपा करो। वे अपने लिए पत्नियाँ इसलिए नहीं पा रहे हैं कि वे लोग तुमसे लड़े और वे इस प्रकार से स्त्रियों को ले गए हैं, अत: तुमने अपनी परमेश्वर के सामने की गई प्रतिज्ञा नहीं तोड़ी। तुमने प्रतिज्ञा की थी कि तुम उन्हें स्त्रियाँ नहीं दोगे, तुमने बिन्यामीन के लोगों को स्त्रियाँ नहीं दीं परन्तु उन्होंने तुमसे स्त्रियाँ ले लीं। इसलिये तुमने प्रतिज्ञा भंग नहीं की।”
اگر اجداد یا برادرانشان به نزد شما آمدند و اعتراض کردند، شما میتوانید به آنها چنین بگویید: 'لطفاً اجازه دهید آنها را نگاه داریم، چرا که ما آنها را در جنگ از شما به اسیری نگرفتهایم تا همسران ما باشند. و از آنجا که شما آنها را به ما ندادهاید، مقصّر شکستن سوگند خود نیستید.'»