Judges 20

इस प्रकार इस्राएल के सभी लोग एक हो गए। वे मिस्पा नगर में यहोवा के सामने खड़े होने के लिए एक साथ आए। वे पूरे इस्राएल देश से आए। गिलाद प्रदेश के सभी इस्राएली लोग भी वहाँ थे।
آنگاه تمام قوم اسرائیل از دان تا بئرشبع به همراه اهالی جلعاد، به حضور خداوند در مصفه جمع شدند.
इस्राएल के परिवार समूहों के सभी प्रमुख वहाँ थे। वे परमेश्वर के सारे लोगों की सभा में अपने—अपने स्थानों पर बैठे। उस स्थान पर तलवार के साथ चार लाख सैनिक थे।
تعداد آنها با سپاهی متشکّل از پیاده و شمشیرزن و رهبرانشان چهارصد هزار نفر بود که در آنجا به حضور خداوند حاضر بودند.
बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों ने सुना कि इस्राएल के लोग मिस्पा नगर में पहुँचे हैं। इस्राएल के लोग ने कहा, “यह बताओ कि यह पाप कैसे हुआ।”
خبر اجتماع قوم اسرائیل بزودی به سرزمین بنیامین رسید. مردان اسرائیل پرسیدند: «به ما بگو که این کار زشت چگونه اتّفاق افتاد؟»
अत: जिस स्त्री की हत्या हुई थी उसके पति ने कहा, “मेरी रखैल और मैं बिन्यामीन के प्रदेश में गिबा नगर में पहुँचे। हम लोगों ने वहाँ रात बिताई।
مرد لاوی که صیغه او به قتل رسیده بود، جواب داد: «من با صیغه‌ام به جبعه بنیامین رفتم که شب را در آنجا بگذرانیم.
किन्तु रात को गिबा नगर के प्रमुख उस घर पर आए जिसमें मैं ठहरा था। उन्होंने घर को घेर लिया और वे मुझे मार डालना चाहते थे। उन्होंने मेरी रखैल के साथ कुकर्म किया और वह मर गई।
مردم جبعه به مخالفت من برخاستند. هنگام شب، خانه‌ای را که من در آن بودم، محاصره کردند و می‌خواستند که مرا بکشند. صیغهٔ مرا بی‌عصمت کردند و در حقیقت او را کشتند.
इसलिए मैं अपनी रखैल को ले गया और उसके टुकड़े कर डाले। तब मैंने हर एक टुकड़ा इस्राएल के हर एक परिवार समूह को भेजा। मैंने बारह टुकड़े उन प्रदेशों को भेजे जिन्हें हमने पाया। मैंने यह इसलिए किया कि बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों ने इस्राएल के देश में यह क्रूर और भयंकर काम किया है।
من جسد صیغه‌ام را قطعه‌قطعه کردم و آن قطعات را به سراسر سرزمین اسرائیل فرستادم، زیرا مردم جبعه کار بسیار زشت و ناروایی در مقابل قوم اسرائیل کردند.
अब, इस्राएल के सभी लोग, आप बोलें। आप अपना निर्णय दें कि हमें क्या करना चाहिये?”
اکنون شما مردم اسرائیل، در این باره فکر کنید و چاره‌ای بیندشید.»
तब सभी लोग उसी समय उठ खड़े हुए। उन्होंने आपस में कहा, “हम लोगों में से कोई घर नहीं लौटेगा। कोई नहीं, हम लोगों में से एक भी घर नहीं लौटेगा।
تمام ارتش با یک دل و یک زبان گفتند: «تا مردم جبعه را به سزای کارشان نرسانیم، هیچ‌کدام از ما به چادر یا خانهٔ خود برنمی‌گردیم. تصمیم ما این است که طبق قرعه، یک دهم لشکر را انتخاب کرده تا آذوقه و لوازم جنگی برای ما برسانند. بقیّهٔ ما می‌رویم و جبعه را به‌خاطر آن کار زشت مردمش از بین می‌بریم.»
हम लोग गिबा नगर के साथ यह करेंगे। हम गोट डालेंगे। जिससे परमेश्वर बताएगा कि हम लोग उन लोगों के साथ क्या करें।
تمام ارتش با یک دل و یک زبان گفتند: «تا مردم جبعه را به سزای کارشان نرسانیم، هیچ‌کدام از ما به چادر یا خانهٔ خود برنمی‌گردیم. تصمیم ما این است که طبق قرعه، یک دهم لشکر را انتخاب کرده تا آذوقه و لوازم جنگی برای ما برسانند. بقیّهٔ ما می‌رویم و جبعه را به‌خاطر آن کار زشت مردمش از بین می‌بریم.»
हम लोग इस्राएल के सभी परिवारों के हर एक सौ में से दस व्यक्ति चुनेंगे और हम लोग हर एक हजार में से सौ व्यक्ति चुनेंगे। हम लोग हर एक दस हजार में से हजार चुनेंगे। जिन लोगों को हम चुन लेंगे वे सेना के लिए आवश्यक सामग्री पाएंगे। तब सेना बिन्यामीन के प्रदेश में गिबा नगर को जाएगी। वह सेना उन लोगों से बदला चुकाएगी जिन्होंने इस्राएल के लोगों में यह भयंकर काम किया है।”
تمام ارتش با یک دل و یک زبان گفتند: «تا مردم جبعه را به سزای کارشان نرسانیم، هیچ‌کدام از ما به چادر یا خانهٔ خود برنمی‌گردیم. تصمیم ما این است که طبق قرعه، یک دهم لشکر را انتخاب کرده تا آذوقه و لوازم جنگی برای ما برسانند. بقیّهٔ ما می‌رویم و جبعه را به‌خاطر آن کار زشت مردمش از بین می‌بریم.»
इसलिए इस्राएल के सभी लोग गिबा नगर में एकत्रित हुए। वे उसके एक मत थे, जो वे कर रहे थे।
به این ترتیب تمام قوم اسرائیل برای انجام این کار متّحد شدند.
इस्राएल के परिवार समूह ने एक सन्देश के साथ लोगों को बिन्यामीन के परिवार समूह के पास भेजा। सन्देश यह था: “इस पाप के बारे में क्या कहना है जो तुम्हारे कुछ लोगों ने किया है?
آنها پیامی برای طایفهٔ بنیامین فرستاده گفتند: «این چه‌کار زشتی است که از شما سر زده است؟
उन गिबा के पापी मनुष्यों को हमारे पास भेजो। उन लोगों को हमें दो जिससे हम उन्हें जान से मार सकें। हम इस्राएल के लोगों में से पाप को अवश्य दूर करेंगे।” किन्तु बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों ने अपने सम्बन्धी इस्राएल के लोगो के दूतों की एक न सुनी।
پس اکنون آن مردان پست و شریر را که در جبعه هستند به دست ما تسلیم کنید تا آنها را به قتل برسانیم.» امّا مردم بنیامین به تقاضای برادران اسرائیلی خود گوش ندادند،
बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों ने अपने नगरों को छोड़ा और वे गिबा नगर में पहुँचे। वे गिबा में इस्राएल के अन्य परिवार समूह के विरुद्ध लड़ने गए।
بلکه برعکس آنها همگی در بیرون شهر جبعه جمع و آماده شدند تا به جنگ اسرائیل بروند.
बिन्यामीन परिवार समूह के लोगों ने छब्बीस हजार सैनिकों को इकट्ठा किया। वे सभी सैनिक युद्ध के लिये प्रशिक्षित थे। उनके साथ गिबा नगर के सात सौ प्रशिक्षित सैनिक भी थे।
مردم بنیامین در آن روز بیست و شش هزار مرد شمشیرزن و هفتصد نفر از ساکنان جبعه را مجهّز ساختند.
उनके सात सौ ऐसे प्रशिक्षित व्यक्ति भी थे जो बाँया हाथ चलाने में दक्ष थे। उनमें से हर एक गुलेल का उपयोग दक्षता से कर सकता था। वे सब एक बाल पर भी पत्थर मार सकते थे और निशाना नहीं चूकता था।
از آن جمله هفتصد نفر چپ دست را انتخاب کردند که هر کدام از آنها مویی را با فلاخن نشانه می‌گرفتند و خطا نمی‌کردند.
इस्राएल के सारे परिवारों ने, बिन्यामीन को छोड़कर चार लाख योद्धाओं को इकट्ठा किया। उन चार लाख योद्धाओं के पास तलवारें थीं। उनमें हर एक प्रशिक्षित सैनिक था।
تعداد سپاهیان اسرائیل به غیراز مردان بنیامین چهارصد هزار نفر و همهٔ مردان شمشیرزن و جنگی بودند.
इस्राएल के लोग बेतेल नगर तक गए। बेतेल में उन्होंने परमेश्वर से पूछा, “कौन सा परिवार समूह बिन्यामीन के परिवार समूह पर प्रथम आक्रमण करेगा?” यहोवा ने उत्तर दिया, “यहूदा का परिवार समूह प्रथम जाएगा।”
پیش از شروع جنگ، مردم اسرائیل به بیت‌ئیل رفتند و از خداوند پرسیدند که کدام طایفهٔ اول به جنگ بنیامین برود؟ خداوند در جواب فرمود: «طایفهٔ یهودا.»
अगली सुबह इस्राएल के लोग उठे। उन्होंने गिबा के निकट डेरा डाला।
پس سپاه اسرائیل هنگام صبح به راه افتاده روانه جبعه شدند و برای جنگ در مقابل لشکر بنیامین آماده حمله گردیدند.
तब इस्राएल की सेना बिन्यामीन की सेना से युद्ध के लिये निकल पड़ी। इस्राएल की सेना ने गिबा नगर में बिन्यामीन की सेना के विरुद्ध अपना मोर्चा लगाया।
پس سپاه اسرائیل هنگام صبح به راه افتاده روانه جبعه شدند و برای جنگ در مقابل لشکر بنیامین آماده حمله گردیدند.
तब बिन्यामीन की सेना गिबा नगर के बाहर निकली। उन्होंने उस दिन की लड़ाई में इस्राएल की सेना के बाईस हजार लोगों को मार डाला।
سپاه بنیامین هم برای مقابله آمدند و در آن روز بیست و دو هزار نفر از سپاهیان اسرائیل کشته شدند.
इस्राएल के लोग यहोवा के सामने गए। वे शाम तक रोकर चिल्लाते रहे। उन्होंने यहोवा से पूछा, “क्या हमें बिन्यामीन के विरुद्ध लड़ने जाना चाहिए? वे लोग हमारे सम्बन्धी हैं।” यहोवा ने उत्तर दिया, “जाओ और उनके विरुद्ध लड़ो। इस्राएल के लोगों ने एक दूसरे का साहस बढ़ाया। इसलिए वे पहले दिन की तरह फिर लड़ने गए।”
امّا مردم اسرائیل، جرأت خود را از دست ندادند و بار دیگر برای جنگ صف آراستند و در همان جای سابق اردو زدند.
इस्राएल के लोग यहोवा के सामने गए। वे शाम तक रोकर चिल्लाते रहे। उन्होंने यहोवा से पूछा, “क्या हमें बिन्यामीन के विरुद्ध लड़ने जाना चाहिए? वे लोग हमारे सम्बन्धी हैं।” यहोवा ने उत्तर दिया, “जाओ और उनके विरुद्ध लड़ो। इस्राएल के लोगों ने एक दूसरे का साहस बढ़ाया। इसलिए वे पहले दिन की तरह फिर लड़ने गए।”
قبل از جنگ، مردم اسرائیل به حضور خداوند تا به شام گریه کردند و از او پرسیدند که: «آیا دوباره برویم و با برادران بنیامینی خود جنگ کنیم؟» خداوند فرمود: «بلی، بروید.»
तब इस्राएल की सेना बिन्यामीन की सेना के पास आई। यह युद्ध का दूसरा दिन था।
پس سپاه اسرائیل، روز دیگر برای جنگ به اردوی بنیامین نزدیک شدند.
बिन्यामीन की सेना दूसरे दिन इस्राएल की सेना पर आक्रमण करने के लिये गिबा नगर से बाहर आई। इस समय बिन्यामीन की सेना ने इस्राएल की सेना के अन्य अट्ठारह हजार सैनिकों को मार डाला। इस्राएल की सेना के वे सभी प्रशिक्षित सैनिक थे।
و لشکر بنیامین هم، در همان روز برای مقابلهٔ آنها به جبعه رفت. باز از سپاهیان اسرائیل هجده هزار نفر به قتل رسیدند که همگی مردان شمشیر زن و جنگی بودند.
तब इस्राएल के सभी लोग बेतेल नगर तक गए। उस स्थान पर वे बैठे और यहोवा को रोकर पुकारा। उन्होंने पूरे दिन शाम तक कुछ नहीं खाया। वे होमबलि और मेलबलि भी यहोवा के लिये लाए।
بار دیگر مردم اسرائیل با تمام سپاه خود به بیت‌ئیل رفتند و شروع به گریه کردند. آنها به حضور خداوند نشستند و تا غروب روزه گرفتند. و قربانی سوختنی و سلامتی به حضور خداوند تقدیم کردند
इस्राएल के लोगों ने यहोवा से एक प्रश्न पूछा। (इन दिनों परमेश्वर का साक्षीपत्र का सन्दूक बेतेल में था।
در آن روزها صندوق پیمان خداوند در بیت‌ئیل بود
पीनहास नामक एक याजक साक्षीपत्र के सन्दूक के सामने सेवा करता था। पीनहास एलीआज़ार नामक व्यक्ति का पुत्र था। एलीआज़ार हारून का पुत्र था।) इस्राएल के लोगों ने पूछा, “क्या हमें बिन्यामीन के लोगों के विरूद्ध फिर लड़ने जाना चाहिए? वे लोग हमारे सम्बन्धी हैं या हम युद्ध करना बन्द कर दें?” यहोवा ने उत्तर दिया, “जाओ। कल मैं उन्हें हराने में तुम्हारी सहायता करूँगा।”
و فینحاس پسر العازار نوهٔ هارون هم کاهن آنجا بود. آنها از خداوند سؤال کردند: «آیا به جنگ برادران بنیامینی خود بازگردیم؟» خداوند جواب داد: «بلی، بروید، و من به شما کمک می‌کنم که فردا آنها را شکست بدهید.»
तब इस्राएल की सेना ने गिबा नगर के चारों ओर अपने व्यक्तियों को छिपा दिया।
سپاه اسرائیل در اطراف جبعه کمین کردند.
इस्राएल की सेना तीसरे दिन गिबा नगर के विरुद्ध लड़ने गई। उन्होंने जैसा पहले किया था वैसा ही लड़ने के लिये मोर्चा लगाया।
در روز سوم به مقابله لشکر بنیامین رفتند و مثل دفعات گذشته در جبعه صف‌آرایی کردند.
बिन्यामीन की सेना इस्राएल की सेना से युद्ध करने के लिये गिबा नगर के बाहर निकल आई। इस्राएल की सेना पीछे हटी और उसने बिन्यामीन की सेना को पीछा करने दिया। इस प्रकार बिन्यामीन की सेना को नगर को बहुत पीछे छोड़ देने के लिये धोखा दिया गया। बिन्यमीन की सेना ने इस्राएल की सेना के कुछ लोगों को वेसे ही मारना आरम्भ किया जैसे उन्होंने पहले मारा था। इस्राएल के लगभग तीस व्यक्ति मारे गए। उनमें से कुछ लोग मैदानों में मारे गए थे। उनमें से कुछ व्यक्ति सड़कों पर मारे गए थे। एक सड़क बेतेल को जा रही थी। दूसरी सड़क गिबा को जा रही थी।
لشکر بنیامین هم برای حمله رفت. سپاه اسرائیل عقب‌نشینی کرد و سپاهیان بنیامین در تعقیب ایشان از شهر دور شدند. در شاهراهی که بین بیت‌ئیل و جبعه بود، مانند دفعات پیش شروع به کشتن آنها کردند. در نتیجه در حدود سی نفر از سپاهیان اسرائیلی به قتل رسیدند.
बिन्यामीन के लोगों ने कहा, “हम पहले की तरह जीत रहे हैं।” उसी समय इस्राएल के लोग पीछे भाग रहे थे लेकिन यह एक चाल थी। वे बिन्यामीन के लोगों को उनके नगर से दूर सड़कों पर लाना चाहते थे।
مردم بنیامین گفتند: «باز آنها را شکست دادیم.» امّا ‌ سپاه اسرائیل قبلاً نقشه کشیده بودند که از سپاه بنیامین فرار کنند تا آنها بیشتر از شهر دور شوند.
इस्राएल की सेना के सभी लोग अपने स्थानों से हटे। वे बालतामार स्थान पर रूके। तब जो लोग गिबा नगर की ओर छिपे थे, वे अपने छिपने के स्थानों से गिबा के पश्चिम को दौड़ पड़े।
در عین حال لشکر اصلی اسرائیل هم، به بعل تامار رسیدند و حمله را شروع کردند.
इस्राएल की सेना के पूरे प्रशिक्षित दस हजार सैनिकों ने गिबा नगर पर आक्रमण किया। युद्ध बड़ा भीषण था। किन्तु बिन्यामीन की सेना नहीं जानती थी कि उनके साथ कौन सी भंयकर घटना होने जा रही है?
و ده هزار سپاهی که در غرب جبعه کمین کرده بودند، از کمینگاه خارج شدند و جنگ سختی شروع شد. سپاهیان بنیامین خبر نداشتند که بلای ناگهانی بر سرشان خواهد آمد.
यहोवा ने इस्राएल की सेना का उपयोग किया और बिन्यामीन की सेना को पराजित किया। उस दिन इस्राएल के सेना ने बिन्यामीन की पच्चीस हजार एक सौ सैनिकों को मार डाला। वे सभी सैनिक युद्ध के लिये प्रशिक्षित थे।
خداوند به اسرائیل کمک کرد که بنیامین را شکست بدهند و بیست و پنج هزار و صد نفرشان را که همه مردان شمشیرزن بودند، در همان روز به قتل برسانند.
इस प्रकार बिन्यामीन के लोगों ने देखा कि वे पराजित हो गए। इस्राएल की सेना पीछे हटी। वे पीछे हटे क्योंकि वे उस अचानक आक्रमण पर भरोसा कर रहे थे जिसके लिये वे गिबा के निकट व्यवस्था कर चुके थे।
سرانجام مردم بنیامین پی بردند که شکست خورده‌اند. پس سپاه اسرائیل عقب‌نشینی کرد تا به سپاهیان خود که در نزدیک جبعه کمین کرده بودند، فرصت بدهند که حمله را شروع کنند.
जो व्यक्ति गिबा के चारों ओर छिपे थे वे गिबा नगर में टूट पड़े। वे फैल गए और उन्होंने अपनी तलवारों से नगर के हर एक को मार डाला।
پس آنها از کمینگاه خود بیرون آمده، با یک حمله ناگهانی به داخل شهر رفته، همهٔ ساکنان آن را کشتند و شهر را آتش زدند.
इस्राएली सेना के दल और छिपकर घात लगाने वाले दल के बीच यह संकेत चिन्ह निश्चित किया गया था कि छिपकर घात लगाने वाला दल नगर से धुएँ का विशाल बादल उड़ाएगा।
وقتی‌که دود شهر به آسمان بلند شد، سپاهیان اسرائیل که در بیرون شهر بودند برگشتند و بر لشکر بنیامین حمله کردند. قبلاً قرار گذاشته بودند که بلند شدن دود از شهر، اشاره حمله به شهر است.
इसलिये युद्ध के समय इस्राएल की सेना पीछे मुड़ी और बिन्यामीन की सेना ने इस्राएल की सेना के सैनिकों को मारना आरम्भ किया। उन्होंने लगभग तीस सैनिक मारे। वे कह रहे थे, “हम वैसे जीत रहे हैं जैसे पहले युद्ध में जीत रहे थे।” किन्तु तभी धुएँ का विशाल बादल नगर से उठना आरम्भ हुआ। बिन्यामीन के सैनिक मुड़े और धुएँ को देखा। पूरा नगर आग की लपटों में था तब इस्राएल की सेना मुड़ी और लड़ने लगी। बिन्यामीन के लोग डर गए थे। अब वे समझ गए थे कि उनके साथ कौन सी भंयकर घटना हो चुकी थी।
وقتی‌که دود شهر به آسمان بلند شد، سپاهیان اسرائیل که در بیرون شهر بودند برگشتند و بر لشکر بنیامین حمله کردند. قبلاً قرار گذاشته بودند که بلند شدن دود از شهر، اشاره حمله به شهر است.
इसलिये युद्ध के समय इस्राएल की सेना पीछे मुड़ी और बिन्यामीन की सेना ने इस्राएल की सेना के सैनिकों को मारना आरम्भ किया। उन्होंने लगभग तीस सैनिक मारे। वे कह रहे थे, “हम वैसे जीत रहे हैं जैसे पहले युद्ध में जीत रहे थे।” किन्तु तभी धुएँ का विशाल बादल नगर से उठना आरम्भ हुआ। बिन्यामीन के सैनिक मुड़े और धुएँ को देखा। पूरा नगर आग की लपटों में था तब इस्राएल की सेना मुड़ी और लड़ने लगी। बिन्यामीन के लोग डर गए थे। अब वे समझ गए थे कि उनके साथ कौन सी भंयकर घटना हो चुकी थी।
چون سپاهیان بنیامین به پشت سر نگاه کردند و دود غلیظ را دیدند که به آسمان بلند می‌شود و سپاه اسرائیل بر آنها حمله‌ور شده‌اند، دانستند که بلای بزرگی بر سرشان آمده است.
इसलिये युद्ध के समय इस्राएल की सेना पीछे मुड़ी और बिन्यामीन की सेना ने इस्राएल की सेना के सैनिकों को मारना आरम्भ किया। उन्होंने लगभग तीस सैनिक मारे। वे कह रहे थे, “हम वैसे जीत रहे हैं जैसे पहले युद्ध में जीत रहे थे।” किन्तु तभी धुएँ का विशाल बादल नगर से उठना आरम्भ हुआ। बिन्यामीन के सैनिक मुड़े और धुएँ को देखा। पूरा नगर आग की लपटों में था तब इस्राएल की सेना मुड़ी और लड़ने लगी। बिन्यामीन के लोग डर गए थे। अब वे समझ गए थे कि उनके साथ कौन सी भंयकर घटना हो चुकी थी।
چون سپاهیان بنیامین به پشت سر نگاه کردند و دود غلیظ را دیدند که به آسمان بلند می‌شود و سپاه اسرائیل بر آنها حمله‌ور شده‌اند، دانستند که بلای بزرگی بر سرشان آمده است.
इसलिये बिन्यामीन की सेना इस्राएल की सेना के सामने से भाग खड़ी हुई। वे रेगिस्तान की ओर भागे। लेकिन वे युद्ध से बच न सके। इस्राएल के लोग नगर से बाहर आए और उन्हें मार डाला।
پس از مقابل سپاه اسرائیل فرار کرده، به بیابان گریختند. امّا سپاهیان اسرائیل آنها را تعقیب کردند. آنهایی که در داخل شهر بودند، بیرون آمدند و از پشت سر همه را کشتند.
इस्राएल के लोगों ने बिन्यामीन के लोगों को हराया। उन्होंने बिन्यामीन के लोगों का पीछा किया। उन्हें आराम नहीं करने दिया। उन्होंने उन्हें गिबा के पूर्व के क्षेत्र में हराया।
باقیماندهٔ سپاه بنیامین را محاصره و تعقیب نموده از منوحه تا نزدیک جبعه در شرق آنها را پایمال کردند.
इस प्रकार अट्ठारह हजार वीर और शक्तिशाली बिन्यामीन की सेना के सैनिक मारे गए।
و هجده هزار سپاهی بنیامین، که همه مردان جنگی و دلاور بودند به قتل رسیدند.
बिन्यामीन की सेना मुड़ी और मरुभूमि की ओर भागी। वे रिम्मोन की चट्टान नामक स्थान पर भाग कर गए। किन्तु इस्राएल की सेना ने सड़क के सहारे बिन्यामीन की सेना के पाँच हजार सैनिकों को मार डाला। वे बिन्यामीन के लोगों का पीछा करते रहे। उन्होंने उनका पीछा गिदोम नामक स्थान तक किया। इस्राएल की सेना ने उस स्थान पर बिन्यामीन की सेना के दो हजार और सैनिकों को मार डाला।
آنهایی که زنده ماندند، به بیابان به طرف صخر‌هٔ رِمون گریختند. امّا پنج هزار نفرشان در راه فرار و دو هزار نفر در جدعوم، که همگی مردان جنگی بودند، کشته شدند.
उस दिन बिन्यामीन की सेना के पच्चीस हजार सैनिक मारे गए। उन सभी व्यक्तियों के पास तलवारें थीं। बिन्यामीन के वे लोग वीर योद्धा थे।
در همان روز تعداد سپاهیان بنیامین، که همگی مردان جنگی بودند و به دست سپاه اسرائیل کشته شدند، بیست و پنج هزار نفر بود.
किन्तु बिन्यामीन के छ: सौ व्यक्ति मुड़े और मरुभूमि में भाग गए। वे रिम्मोन की चट्टान नामक स्थान पर गए। वे वहाँ चार महीने तक ठहरे रहे।
امّا تنها ششصد نفر توانستند، به بیابان فرار کرده، خود را به صخرهٔ رِمون برسانند. آنها مدّت چهار ماه در آنجا ماندند.
इस्राएल के लोग बिन्यामीन के प्रदेश में लौटकर गए। जिन नगरों में वे पहुँचे, उन नगरों के आदमियों को उन्होंने मार डाला। उन्होंने सभी जानवरों को भी मार डाला। वे जो कुछ पा सकते थे, उसे नष्ट कर दिया। वे जिस नगर में गए, उसे जला डाला।
بعد سپاه اسرائیل برگشته، تمام مردم بنیامین و اطفال و حیوانات طایفهٔ بنیامین را کشتند و همهٔ شهرهای آنها را به آتش کشیدند.