कोई इस्राएली व्यक्ति या उनके बीच रहने वाला कोई भी विदेशी, यदि किसी को मार डालता है, किन्तु यह संयोगवश हो जाता है, तो वह उन सुरक्षा नगरों में से किसी एक में सुरक्षा के लिये भागकर जा सकता था। तब वह व्यक्ति वहाँ सुरक्षित हो सकता था और पीछा करने वाले किसी के द्वारा नही मारा जा सकता था। उस नगर में उस व्यक्ति के मुकदमे का निबटारा उस नगर के न्यायालय द्वारा होगा।
اینها شهرهای پناهگاه بودند برای مردم اسرائیل و بیگانگانی که با آنها زندگی میکردند. هرگاه کسی ناخواسته مرتکب قتل میشد، به آنجا پناه میبرد تا به دست وابستگان شخص مقتول کشته نشود و در آنجا تا روز محاکمهٔ خود باقی میماند.