उसने यहोवा से शिकायत करते हुए कहा, “मैं जानता था कि ऐसा ही होगा! मैं तो अपने देश में था, और तूने ही मुझसे यहाँ आने को कहा था। उसी समय मुझे यह पता था कि तू इस पापी नगर के लोगों को क्षमा कर देगा। मैंने इसलिये तर्शीश भाग जाने की सोची थी। मैं जानता था कि तू एक दयालु परमेश्वर है! मैं जानता था कि तू करूणा दर्शाता है और लोगों को दण्ड देना नहीं चाहता! मुझे पता था कि तू करूणा से पूर्ण है! मुझे ज्ञान था कि यदि इन लोगों ने पाप करना छोड़ दिया तो तू इनके विनाश की अपनी योजनाओं को बदल देगा।
پس دعا کرد و گفت: «ای خداوند، آیا وقتی در وطن خودم بودم، همین را نگفتم و آیا به همین دلیل نبود که میخواستم به اسپانیا فرار کنم؟ من میدانستم که تو کریم، رحیم، دیر غضب و با محبّتی پایدار احاطه شدهای و همیشه حاضری که تصمیم خود را عوض کنی و مردم را مجازات نکنی.