“हे परमेश्वर, मैं सहारा पाने को तुझको पुकारता हूँ,
किन्तु तू उत्तर नहीं देता है।
मैं खड़ा होता हूँ और प्रार्थना करता हूँ,
किन्तु तू मुझ पर ध्यान नहीं देता।
پیش تو ای خدا، زاری و فریاد میکنم، امّا تو به من جواب نمیدهی.
در حضورت میایستم، ولی تو به من توجّه نمینمایی.