हे यहूदा, तुम नष्ट कर दिये गये हो, तुम क्या कर रहे हो तुम अपने सुन्दरतम लाल वस्त्र क्यों पहनते हो
तुम अपने सोने के आभूषण क्यों पहने हो तुम अपनी आँखों में अन्जन क्यों लगाते हो।
तुम अपने को सुन्दर बनाते हो, किन्तु यह सब व्यर्थ है।
तुम्हारे प्रेमी तुमसे घृणा करते हैं, वे मार डालने का प्रयत्न कर रहे हैं।
ای اورشلیم، تو محکوم به فنا هستی!
چرا جامهٔ قرمز میپوشی؟
چرا خود را با جواهرات میآرایی و سُرمه بر چشمان خود میکشی،
خودت را بیهوده زیبا میکنی!
عُشاق تو، تو را طرد کرده
و میخواهند تو را بکشند.