हे यहोवा, तू आकाश से नीचे देख।
उन बातों को देख जो घट रही हैं!
तू हमें अपने महान पवित्र घर से जो आकाश मैं है, नीचे देख।
तेरा सुदृढ़ प्रेम हमारे लिये कहाँ है तेरे शक्तिशाली कार्य कहाँ है
तेरे हृदय का प्रेम कहाँ है मेरे लिये तेरी कृपा कहाँ है
तूने अपना करूण प्रेम मुझसे कहाँ छिपा रखा है
ای خداوند از آسمان -از آن مکان مقدّس و پرجلال خود- برما نظر افکن. کجاست آن توجّه و غیرت تو؟ کجاست قدرت تو؟ کجاست آن محبّت و رحمت تو؟ آیا ما را فراموش کردهای؟