किन्तु और भी बड़ी संख्या में लोग उसे देख कर चकित होंगे। राजा उसे देखकर आश्चर्य में पड़ जायेंगे और एक शब्द भी नहीं बोल पायेंगे। मेरे सेवक के बारे में उन लोगों ने वह कहानी बस सुनी ही नहीं है, जो कुछ हुआ था, बल्कि उन्होंने तो उसे देखा था। उन लोगों ने उस कहानी को सुना भर नहीं था, बल्कि उसे समझा था।”
امّا اکنون ملّتهای زیادی در حسرتاند
و پادشاهان از تعجّب و حیرت گیج شدهاند.
آنها اکنون چیزی را میبینند و میفهمند،
که قبلاً هرگز نمیدانستند.»